raipur@khabarwala.news
- इस दिन भगवान विष्णु का ध्यान करके अपने दिन की शुरुआत करें।
- इस दिन पवित्र नदी में स्नान करना फलदायी होता है।
इंदौर। हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस बार माघ महीने में अमावस्या तिथि 9 फरवरी, शुक्रवार को पड़ रही है। माघ माह में पड़ने वाली अमावस्या को मौनी अमावस्या और माघ अमावस्या कहा जाता है। शास्त्रों के अनुसार, अमावस्या तिथि पर गंगा स्नान, दान और पूजा करना बहुत शुभ होता है। अमावस्या के दिन भगवान विष्णु की पूजा करने की परंपरा है। आइए, जानते हैं कि मौनी अमावस्या का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व क्या है।
मौनी अमावस्या शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, मौनी अमावस्या तिथि 9 फरवरी को प्रातः 08:02 बजे प्रारंभ होगी। यह अगले दिन 10 जनवरी को सुबह 04:28 बजे समाप्त होगी। ऐसे में मौनी अमावस्या 9 फरवरी को मनाई जाएगी।
मौनी अमावस्या पूजा विधि
मौनी अमावस्या के दिन सुबह जल्दी उठकर भगवान विष्णु का ध्यान करके अपने दिन की शुरुआत करें।
इस दिन पवित्र नदी में स्नान करें और दान आदि करें।
नदी में स्नान करना संभव न हो, तो अपने घर में नहाने के पानी में थोड़ा सा गंगाजल मिलाकर स्नान करें।
माना जाता है कि इस दिन पवित्र नदी या गंगा जल से स्नान करने से पितरों को मोक्ष मिलता है।
इसके बाद सूर्य देव को जल अर्पण करें और अपनी श्रद्धा के अनुसार दान करें।
मौनी अमावस्या का महत्व
ऐसा माना जाता है कि सभी अमावस्या तिथियों में मौनी अमावस्या महत्वपूर्ण होती है। मौनी अमावस्या के दिन मौन रहना एक अच्छा शगुन है। इतना ही नहीं, इस दिन पवित्र नदी में स्नान करना फलदायी होता है। इस दिन भगवान विष्णु की श्रद्धा पूर्वक पूजा की जाती है और दान किया जाता है। मान्यता है कि मौनी अमावस्या के दिन दान करने से पितरों को मोक्ष मिलता है। साथ ही उनकी कृपा भी प्राप्त होती है।