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- करीब 100 साल बाद ऐसा योग बन रहा है, जब होली और चंद्रग्रहण एक ही दिन हो रहे हैं।
- होली पर लगने वाला चंद्रग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए सूतक काल मान्य नहीं होगा।
- हिंदू पंचांग के अनुसार, 25 मार्च को सुबह 10.23 बजे से लेकर दोपहर 3.02 बजे तक चंद्रग्रहण रहेगा।
- चंद्र ग्रहण कुल 4 घंटे 36 मिनट तक रहेगा।
हिंदू धर्म में होली त्योहार का विशेष महत्व है। भारत में पुरातन काल से होली का त्योहार उत्साह और उमंग के साथ मनाया जा रहा है। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल 24 मार्च को होलिका दहन होगा और होली 25 मार्च को खेली जाएगी। पंडित चंद्रशेखर मलतारे के मुताबिक, कई सालों के बाद इस साल होली पर चंद्रग्रहण भी लगने वाला है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि होली पर चंद्रग्रहण लगने के कारण क्या हम रंग गुलाल खेल सकते हैं। इस बारे में पंडित चंद्रशेखर मलतारे विस्तार से जानकारी दे रहे हैं।
सूतक काल नहीं होगा मान्य
पंडित चंद्रशेखर मलतारे के मुताबिक, इस बार होली पर लगने वाला चंद्रग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए सूतक काल मान्य नहीं होगा। हिंदू पंचांग के अनुसार, 25 मार्च को सुबह 10.23 बजे से लेकर दोपहर 3.02 बजे तक चंद्रग्रहण रहेगा। चंद्रग्रहण कुल 4 घंटे 36 मिनट तक रहेगा। करीब 100 साल बाद ऐसा योग बन रहा है, जब होली और चंद्रग्रहण एक ही दिन हो रहे हैं।
होलिका दहन पर शुभ योग
इस साल होलिका दहन के दौरान की शुभ योग भी निर्मित हो रहे हैं। होलिका दहन के समय सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग, गढ़ योग, बुध आदित्य योग का अद्भुत संयोग बन रहा है। वहीं होली के दिन ही वृद्धि योग, बुधादित्य योग, वाशी योग, सुनफा योग भी बनेगा। इस चंद्रग्रहण से मेष राशि, मिथुन राशि और मीन राशि के जातकों को शुभ परिणाम मिल सकते हैं। ज्योतिष के मुताबिक, चंद्रग्रहण का प्रभाव होली पर नहीं पड़ेगा, क्योंकि यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए यहां चंद्रग्रहण का सूतक मान्य नहीं होगा।