टीएस सिंहदेव को डिप्टी सीएम बनाए जाने पर Dr. रमन सिंह ने कांग्रेस पर शायराना अंदाज में कसा तंज…

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रायपुर : छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में चुनावी साल में कांग्रेस (Congress) पार्टी ने बड़ा फैसला किया है. कांग्रेस ने टीएस सिंहदेव (TS Singh Deo) को छत्तीसगढ़ का डिप्टी सीएम बनाया गया है. इसकी घोषणा बुधवार को दिल्ली में कांग्रेस हाई कमान की बैठक के बाद की गई. वहीं इसके बाद छत्तीसगढ़ में सियासत तेज हो गई है. बीजेपी (BJP) ने इसे टीएस सिंहदेव का अपमान बताते हुए सिंहदेव को 90 दिनों के लिए बधाई दी है. इसके जवाब में कांग्रेस ने भी पलटवार किया है.

दरअसल, बुधवार को कांग्रेस पार्टी के जनरल सेक्रेटरी केसी वेणुगोपाल ने एलान किया कि कांग्रेस पार्टी ने टीएस सिंहदेव को छत्तीसगढ़ का डिप्टी सीएम बनाने का फैसला किया है. इसके बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ( Bhupesh Baghel) ने टीएस सिंहदेव के साथ एक तस्वीर शेयर करते हुए छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की मजबूती का मैसेज दे रहे हैं. उन्होंने तस्वीर के साथ लिखा “हैं तैयार हम. महाराज साहब को उपमुख्यमंत्री के रूप में दायित्व के लिए बधाई और शुभकामनाएं,” लेकिन बीजेपी ने इस पर सवाल उठाया है.

पूर्व सीएम रमन सिंह का कांग्रेस पर शायराना तंज

टीएस सिंहदेव को डिप्टी सीएम बनाए जाने पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी को उपमुख्यमंत्री बनाने का अधिकार नहीं है. यह मुख्यमंत्री या राज्यपाल का अधिकार होता है. उन्होंने कहा कि ढाई -ढाई साल के किए गए वादे अनुसार चार महीने पहले उपमुख्यमंत्री बनाकर टीएस सिंहदेव साथ अन्याय किया गया है. इससे केवल कांग्रेस के अंदर चल रहे झगड़े से निपटने का प्रयास किया गया है. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने भी तंज कसते हुए लिखा “डूबने लगी कश्ती तो कप्तान ने कुछ यूं किया, सौंप दी है पतवार आधी दूसरे के हाथ में.”

अमरजीत भगत का बीजेपी पर पलटवार

इसके जवाब में खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने का भी बयान आया है. उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी के फैसले का स्वागत है. सबको साथ लेने की जो बात है, वो इस निर्णय से साबित हो जाती है. पार्टी सबको अवसर और मान-सम्मान देती है. इसके साथ अमरजीत भगत ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा कि उनमें तो किसी को हटा के बैठाने वाली बात है. विश्व आदिवासी दिवस के दिन बीजेपी के आदिवासी प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय को हटाया गया.

दोनों के बीच शुरू हो गई थी कुर्सी की लड़ाई

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में 2018 चुनाव के बाद जब मुख्यमंत्री बनाने का समय आया तो सीएम भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव के बीच कुर्सी की लड़ाई शुरू हो गई. इसका ट्रेलर लगातार ढाई साल तक देखने को मिला. हाईकामन का फैसला नहीं हुआ तो टीएस सिंहदेव की नाराजगी और बढ़ गई. छत्तीसगढ़ में लगातार टीएस सिंहदेव और सत्ता के बाकी मंत्रियों के साथ अनबन की खबरें आती रहीं. इतना ही नहीं कांग्रेस के विधायक बृहस्पत सिंह ने तो टीएस सिंहदेव पर जानलेवा हमला करने का आरोप लगा दिया.

इस दौरान भी टीएस सिंहदेव ने विधानसभा के के भीतर अपनी नाराजगी जताई थी. वहीं पिछले साल अपने विभाग की जिम्मेदारी नहीं उठा पाने की बात कहकर टीएस सिंहदेव ने पंचायत विभाग से इस्तीफा देकर भी अपनी नाराजगी जताई थी.

 

 

 

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