अहमददाबाद, 11 िदसंबर 2022@khabarwala.news गुजरात में भाजपा की रिकॉर्ड जीत के बाद राज्य में अब दलबदल का खेल शुरू हो गया है। आम आदमी पार्टी (AAP) के एक और तीन निर्दलीय विधायकों ने भाजपा को समर्थन देने का ऐलान कर दिया है। हालांकि उन्होंने पार्टी में शामिल होने से इनकार किया है। चार में से तीन पहले भाजपा में ही थे।
AAP विधायक भूपत भयाणी पहली बार जूनागढ़ जिले की विसावदर सीट से जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं। वे पहले भाजपा में भी रह चुके हैं। चुनाव से कुछ महीने पहले ही AAP में शामिल हुए थे। हालांकि मीडिया से बातचीत में भूपत ने भाजपा में शामिल होने से इनकार किया है। भूपत ने कहा कि मैं पार्टी से गद्दारी नहीं करूंगा।
इधर, समर्थन देने का ऐलान करने वाले तीन निर्दलीय विधायकों में बायड़ से धवल झाला, धानेरा से मावजी देसाई और वाघोड़िया से धर्मेंद्र वाघेला शामिल हैं। झाला और मावजी देसाई भाजपा से टिकट नहीं मिलने के बाद चुनाव से ऐन वक्त पहले निर्दलीय चुनाव लड़े और जीत भी गए।
गुजरात विधानसभा में 156 सीटों की रिकॉर्ड जीत के बाद सोमवार को सीएम भूपेंद्र पटेल शपथ लेंगे। इस भव्य समारोह में खुद पीएम नरेंद्र मोदी शामिल होने वाले हैं। पीएम के अलावा केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह समेत भाजपा शासित कई राज्यों के सीएम भी मौजूद रहेंगे।
पीएम मोदी ने अपनी कई चुनावी रैलियों में कहा था कि इस बार भाजपा के लिए ऐसा मतदान करें कि नरेंद्र के सारे रिकॉर्ड भूपेंद्र तोड़ दें। पीएम की इसी गुहार पर गुजरात की जनता ने भी मुहर लगाई और भाजपा को प्रचंड जीत से नवाजा।
भाजपा 156, कांग्रेस 17, आप ने जीतीं 5 सीटें
गुजरात की 182 विधानसभा सीटों में से भाजपा ने रिकॉर्ड 156 सीटें जीती हैं। उसे 2017 के मुकाबले 58 सीटों का फायदा हुआ है। वहीं, कांग्रेस को सबसे ज्यादा 60 सीटों का नुकसान हुआ है। पार्टी ने पिछली बार 77 सीटें जीती थीं। इस बार उसे 17 सीटें ही मिली हैं। आम आदमी पार्टी ने 5 सीटें जीती हैं। निर्दलीय को तीन और सपा को एक सीट पर जीत मिली है।
बीजेपी के दबंग नेता रहे हैं भूपत
विसावदर विधानसभा चुनाव जीतकर AAP के विधायक बने भूपत भयाणी की छवि एक दबंग नेता की रही है। विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा छोड़कर वे AAP में शामिल हो गए थे। इस सीट से भाजपा ने कांग्रेस छोड़कर आए हर्षद रिबाडिया को टिकट दिया था। वहीं, कांग्रेस से करशन वडोदरिया मैदान में थे। भूपत का सीधा मुकाबला हर्षद रिबाडिया से था, जिसमें भूपत ने 6 हजार 904 वोटों से उन्हें हराया। भूपत को 65 हजार 675 वोट और हर्षद को 58 हजार 771 वोट मिले हैं। वहीं, तीसरे नंबर पर रहे कांग्रेस के करशनभाई को 16 हजार 781 वोट मिले।
2007 के बाद विसावदर सीट नहीं जीत पाई भाजपा
विसावदर विधानसभा सीट पर 1995, 1998, 2002 और 2007 के चुनावों में भाजपा जीती, लेकिन 2012 में भाजपा के हाथ से ये सीट फिसल गई और GPP के खाते में चली गई। 2017 के चुनाव में कांग्रेस के हर्षद रिबाडिया ने भाजपा के किरीट पटेल को हराया। 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले हर्षद भाजपा में शामिल हो गए और चुनाव लड़ा, लेकिन वे AAP के भूपत से हार गए।
AAP के अन्य चार विधायकों को जानिए…
1. आहीर हेमंतभाई हरदासभाई
जमजोधपुर विधानसभा सीट से आहीर हेमंतभाई हरदासभाई ने भाजपा के चीमनभाई सापरिया को शिकस्त दी है। आहीर हेमंतभाई हरदासभाई को 71 हजार 397 वोट मिले हैं, जबकि चीमनभाई सापरिया को 60 हजार 994 मतों से संतोष करना पड़ा।
2. मकवाना उमेशभाई नारनभाई
बोटाद विधानसभा सीट से आप उम्मीदवार मकवाना उमेशभाई नारनभाई ने भाजपा के घनश्यामभाई प्रागजीभाई विरानी को शिकस्त दी है। मकवाना उमेशभाई नारनभाई को 80 हजार 581 वोट जबकि घनश्यामभाई प्रागजीभाई विरानी को 77 हजार 802 वोट मिले।
3. सुधीरभाई वाघाणी
गरियाधर विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार सुधीरभाई वाघाणी (सुधीर वाघाणी) ने भाजपा के नाकराणी केशुभाई हीरजीभाई को हरा दिया है। सुधीरभाई वाघाणी को 60 हजार 944 वोट जबकि केशुभाई हीरजीभाई को 56 हजार 125 वोट मिले।
4. चैतरभाई दामजीभाई वसावा
डेडियापाडा विधानसभा सीट से आप उम्मीदवार चैतरभाई दामजीभाई वसावा ने भाजपा के हितेशकुमार देवजीभाई वसावा को शिकस्त दी है। चैतरभाई दामजीभाई वसावा को 1 लाख 3 हजार 433 वोट मिले, जबकि भाजपा के हितेशकुमार देवजीभाई वसावा के खाते में 63 हजार 151 वोट आए। वहीं कांग्रेस की जर्माबेन शुक्लाल को 12 हजार 587 वोट मिले।