मोरबी में नदी पर बना सस्पेंशन ब्रिज गिरा, 132 लोगों की मौत…

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गुजरात के मोरबी में नदी पर बना पुल गिरा. 132 लोगों की मौत हुई है.

प्रधानमंत्री राहत कोष से मरने वालों के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों के लिए 50 हज़ार रुपये की राहत राशि देने की घोषणा की गई है.

वहीं गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के लिए 4 लाख रुपये और घायलों को 50 हज़ार रुपये की राहत राशि देने का एलान किया है.

क़रीब एक सदी पुराने इस पुल को मरम्मत के बाद हाल के दिनों में लोगों के लिए खोला गया था.

आपदा नियंत्रण कक्ष ने हेल्पलाइन नंबर 02822 243300

गुजरात के मोरबी में रविवार को मच्छू नदी पर बना एक सस्पेंशन ब्रिज गिर गया है. बताया जा रहा है कि इस हादसे में पुल पर मौजूद कई लोग नदी में गिर गए हैं.

मच्छू नदी पर बना एक सदी पुराना ये सस्पेंशन ब्रिज रविवार को टूट गया, जिससे बड़ी संख्या में लोग नदी में गिर गए. कई लोगों के नदी में फंसे होने की आशंका जताई जा रही है.

मच्छू नदी पर बना एक सदी पुराना ये सस्पेंशन ब्रिज रविवार को टूट गया, जिससे बड़ी संख्या में लोग नदी में गिर गए. कई लोगों के नदी में फंसे होने की आशंका जताई जा रही है.

 

गुजरात के गृह मंत्री मंत्री हर्ष सिंह सांघवी ने कहा है कि रात एक बजे तक 68 लोगों के शव निकाल लिए गए थे. देर रात तक राहत और बचाव कार्य जारी था और कई लोग लापता बताए गए हैं.

 

सोमवार सुबह गुजरात के गृहमंत्री हर्ष सिंह सांघवी ने कहा है कि अब मरने वालों की संख्या 132 हो गई है.

 

इससे पहले देर रात राजकोट से बीजेपी सांसद मोहनभाई कल्याणजी कुंडरिया ने बीबीसी संवाददाता दिलनवाज़ पाशा से कहा है कि अब तक 68 शव बरामद किए जा चुके हैं. उन्होंने भी हताहतों की संख्या बढ़ने की आशंका है.

 

उनका कहना है, “घायलों की संख्या अभी कम है. लेकिन अभी पानी में डूबे लोगों की तलाश का काम जारी है.”

 

बीजेपी सांसद ने ये भी बताया कि मरने वालों में अधिकतर बच्चे हो सकते हैं.

 

कुंडरिया का कहना है कि 50 से अधिक एंबुलेस 15 मिनट के भीतर ही घटनास्थल पर पहुंच गई थीं.

उन्होंने कहा, “मेरा मानना है कि पुल पर अधिक संख्या में लोग हो गए थे जिस कारण पुल टूट गया. पुल पर जाने के लिए कितने टिकट काटे गए हैं अभी उसकी जानकारी इकट्ठा की जा रही है.”

 

मिल रही ख़बरों के अनुसार पुल के गिरने के वक़्त उस पर क़रीब 400 लोग मौजूद थे.

 

राजकोट ज़िलाधिकारी के दफ़्तर के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से जानकारी दी गई कि मोरबी के झूलते पुल पर हुई दुर्घटना स्थल के लिए राजकोट ज़िले से 22 एंबुलेंस, 7 दमकल और छह नावें भेजी गई हैं.

 

यह पुल सालों से बंद था. हाल ही में मरम्मत के बाद इसे जनता के लिए फिर से खोल दिया गया था.

 

दिवाली के बाद गुजराती नव वर्ष पर इस नए पुल को खोला गया था.

 

दिवाली की छुट्टियों और रविवार होने के कारण पुल पर लोगों की बड़ी भीड़ थी.

 

हालांकि एक सदी पुराना ये पुल किस कारण गिरा अब तक इसका पता नहीं चल सका है.

 

पुल गिरने के कारणों की जांच के लिए पांच सदस्यीय टीम बनाई गई है.

प्रशासन फिलहाल बचाव और राहत कार्य में जुटा है. एनडीआरएफ के डायरेक्टर जनरल अतुल करवाल ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि एनडीआरएफ की तीन टीमें घटनास्थल की ओर रवाना कर दी गई है. दो टीमें गांधीनगर और एक बड़ौदा से भेजी गई है.

 

प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने ट्वीट किया, “मोरबी में सस्पेंशन ब्रिज के गिरने से मुझे दुख हुआ है. अधिकारियों द्वारा राहत और बचाव अभियान जारी है. मैंने घायलों के तत्काल इलाज की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं. मैं इस संबंध से लगातार ज़िला प्रशासन के संपर्क में हूं.”

 

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के लिए 4 लाख रुपये और घायलों को 50 हज़ार रुपये की राहत राशि देने का एलान किया है

 

मोरबी के मच्छू नदी पर बनाया गया यह झूलता हुआ पुल मोरबी को एक ख़ास पहचान देने के उद्देश्य से आधुनिक यूरोपीय तकनीक का उपयोग करते हुए बनाया गया था.

 

मोरबी शहर की सरकारी वेबसाइट पर दी गई जानकारी में इस पुल को इंजीनियरिंग का चमत्कार बताया गया है.

 

यह पुल 1.25 मीटर चौड़ा और 233 मीटर लंबा था और मच्छू नदी पर दरबारगढ़ महल और लखधीरजी इंजीनियरिंग कॉलेज को जोड़ता था.

गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने इस हादसे की जानकारी देते हुए बताया कि शाम साढ़े छह बजे यह पुल गिरा. उस दौरान वहां 150 लोग मौजूद थे.

 

हादसे की सूचना मिलते ही 15 मिनट के अंदर वहां फायर ब्रिगेड दस्ता पहुंच गया. साथ ही वहां कलक्टर, ज़िले के एसपी, डॉक्टर और एंबुलेंस भी पहुंच गए थे. गृह मंत्री ने कहा कि वो भी घटनास्थल पर तुरंत पहुंच रहे हैं.

 

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ट्वीट कर इस घटना पर दुख प्रकट किया है.

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि उन्होंने इस मामले पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और अन्य अधिकारियों से बात की है.

 

उन्होंने लिखा, “उन्होंने राहत कार्य के लिए टीमें भेजने को कहा है. वह स्थिति पर नज़र रखे हुए हैं. पीड़ितों को हरसंभव मदद देने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं.”

 

प्रधानमंत्री राहत कोष से मरने वालों के परिजनों को 2 लाख रुपये और घायलों के लिए 50 हज़ार रुपये की राहत राशि देने की घोषणा की गई है.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, “मोरबी में हुए हादसे से अत्यंत दुखी हूं. इस विषय में मैंने गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी व अन्य अधिकारियों से बात की है. स्थानीय प्रशासन पूरी तत्परता से राहत कार्य में लगा है, एनडीआरएफ़ भी शीघ्र घटनास्थल पर पहुंच रही हैं. प्रशासन को घायलों को तुरंत उपचार देने के निर्देश दिए हैं.”

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