मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जिला स्तरीय शाला प्रवेश कार्यक्रम में वर्चुअल मोड में शामिल होकर बच्चों को दी बधाई और शुभकामनाएं…

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कवर्धा 16 जून 2022 :मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज रायपुर स्थित अपने निवास कार्यालय में आयोजित नवीन शैक्षणिक सत्र 2022-23 में राज्य स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने जिले के स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम विद्यालय कवर्धा में आयोजित जिला स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव कार्यक्रम में वर्चुअल मोड में जुड़कर शाला प्रवेश करने वाले बच्चों को बधाई और शुभकामनाएं दी। जिला स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पंडरिया विधायक श्रीमती ममता चंद्राकर, कलेक्टर श्री रमेश कुमार शर्मा सहित अन्य अतिथियों ने बच्चों को गुलाब फूल देकर, तिलक लगाकर तथा मिठाई खिलाकर शाला में प्रवेश कराया। साथ ही बच्चों को निःशुल्क पाठ्यपुस्तक भी वितरित किया गया। इस वर्ष कक्षा पहली में 14 हजार 600, कक्षा छठवीं में 13 हजार 400 और कक्षा नवमी में 12 हजार एक सौ बच्चें को प्रवेश दिया गया है।

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण तथा लॉकडाउन के कारण विगत दो वर्षों में नियमित शालेय गतिविधियां प्रभावित हुई लेकिन यह सुनिश्चित किया गया कि किसी भी स्थिति में बच्चों के पढ़ने और बढ़ने में कोई बाधा न आए और उनका साल खराब न जाए। उन्होंने कहा कि नए शिक्षा सत्र 2022 की शुरुआत बहुत उम्मीदों के साथ कर रहे हैं। इस वर्ष नियमित शालाएं संचालित हों, साथ ही पिछले सत्रों में हुए नुकसान की भरपाई भी हो सके। हमारे शिक्षक, शिक्षिकागण यदि इस आयुवर्ग के बच्चों पर समुचित ध्यान देंगे, तो बच्चे जल्दी ही विषय को आत्मसात कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना लॉकडाउन के दौरान पढ़ई तुहर दुआर प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराया गया था। जिसका अच्छा उपयोग हमारे शिक्षकों, पालकों एवं विद्यार्थियों ने किया। इसी तरह नवाचार और नई प्रौद्योगिकी अपनाने का सिलसिला आगे भी जारी रहेगा। शिक्षा को रूचिकर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। शिक्षा की अधोसंरचना तथा गुणवत्ता बढ़ाने के लिए स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी तथा हिन्दी माध्यम विद्यालय योजना संचालित की है, जिसके तहत 171 अंग्रेजी माध्यम एवं 32 हिन्दी माध्यम स्कूलों का संचालन प्रारंभ किया गया ।

पंडरिया विधायक श्रीमती ममता चंद्राकर ने कहा कि कोरोना के समय शिक्षा बाधित हुआ, लेकिन मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के प्रयासों से नवाचार के माध्यम से लगातार जारी रहा। शिक्षा प्रत्येक बच्चों तक पहुंचाया गया। उन्होंने कहा कि बचपन में पहला गुरु माता और पिता है उसके बाद जब हम स्कूल में प्रवेश करते है, तो शिक्षक हमारे गुरु होते है। गुरु के माध्यम से ही हमे मार्गदर्शन मिलता है और आगे बढ़ने के लिए रास्ते खुलते है। हमे अपने माता पिता और गुरु के आशीर्वाद के साथ ज्ञान, अनुशासन और शिक्षा के साथ अपने जीवन का लक्ष्य चुनकर आगे बढ़ना चाहिए। इससे निश्चित ही स्वाभिमान, मजबूत विश्वास और परिश्रम के साथ लक्ष्य को प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि बच्चे ही हमारे आने वाले भविष्य है। इसके माध्यम से ही हमारा राज्य और देश सम्पन्नता की ओर बढ़ सकता है।

कलेक्टर श्री रमेश कुमार शर्मा ने कहा की जीवन में प्रगति करने के लिए ज्ञान अर्जित करना जरूरी है। अच्छा ज्ञान अर्जित करने से जीवन में प्रगति जरूर करेंगे। हमे कभी भी नंबर के दौड़ में नही भागना चाहिए। हम जिन कक्षा में पढाई कर रहे है, उस कक्षा के विषय का ज्ञान होना जरूरी है और इस ज्ञान को दैनिक जीवन में कैसे क्रियान्वयन करना चाहिए इसके लिए आत्मसात करना चाहिए। शिक्षकों को यह जरूरी है की बच्चों को ऐसी शिक्षण प्रदान करना चाहिए कि उन्हें ज्ञान अर्जित हो सके। उन्होंने कहा कि जीवन में आगे बढ़ने के लिए अनुशासन जरूरी है और अनुशान अपने आप में होना चाहिए। कोविड के कारण बच्चे की कक्षा नही लगी इसके लिए नई पहल प्रारंभ की गई है। बच्चों को पिछले कक्षा के विषयों की जानकारी दी जाएगी। वही बच्चों की इंग्लिश भाषा को मजबूत करने पहला विषय स्पोकन इंग्लिश का लगाया जाएगा। इस प्रकार स्कूल में अच्छी शिक्षा उपलब्ध कराने लगातार प्रयास किया जा रहा है। जिला शिक्षा अधिकारी श्री राकेश तिवारी ने कहा की शिक्षा जीवन को परिमार्जित करती है। शासन की स्वामी आत्मानंद स्कूल में गरीब के बच्चें भी निःशुल्क शिक्षा प्राप्त कर रहे है और उन्हें अंग्रेजी पढ़ना और बोलना आ रहा है। शासन द्वारा बालवाड़ी प्रारंभ किया गया है जिससे बच्चों को स्कूल में प्रवेश के पहले लाभ मिलेगा। इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष श्री ऋषि कुमार शर्मा, अपर कलेक्टर श्री बीएस उइके, नगर पालिका सभापति श्री मोहित माहेश्वरी, एल्डरमेन श्री जाकिर चौहान, शांकभरी बोर्ड के सदस्य श्री भगवान सिंह पटेल सहित जिला स्तरीय अधिकारी, पालकगण एवं बच्चे उपस्थित थे।

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