केरल में मानसून की दस्तक 10 जून तक मानसून आगमन के आसार… प्री मानसून की हलचल बढ़ी…

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केरल में मानसून की दस्तक के साथ ही ट्विनसिटी में प्री-मानसून की हलचल बढ़ गई है। इसी वजह से दोपहर में धूल भरी आंधियां चलीं, फिर तेज बौछारें पड़ीं। वर्ष 2019 में मई का औसत तापमान 41.9 डिग्री सेल्सियस रहा था तो 2020 में 42.6, 2021 में 39.4 और इस बार यानी 2022 में 41 डिग्री रहा है। इस तरह वर्ष 2019 और 2020 की तुलना में मई में कम गर्मी पड़ी, वहीं 2021 की तुलना में 1.6 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा।

मई में इस बार अधिकतम तापमान 44.2 डिग्री सेल्सियस से अधिक नहीं गया है। यह तापमान भी 1 मई को दर्ज किया गया था। इसके बाद तापमान में उतार-चढ़ाव होते रहे, लेकिन इससे अधिक अधिकतम तापमान नहीं रहा। इसी तरह 2019 में 26 मई को सबसे अधिक दिन का तापमान 45.2 डिग्री सेल्सियस रहा था तो 2020 में 28 मई को 46 डिग्री सेल्सियस। यह वर्ष 2012 से 2022 तक दस साल में सबसे अधिक तापमान रहा है।

दोपहर में 30 मिनट तक बिजली आपूर्ति प्रभावित रही

दोपहल में आई तेज हवा की वजह से करीब 30 मिनट तक ट्विनसिटी में विभिन्न स्थानों पर बिजली आपूर्ति प्रभावित रही। भिलाई-3, चरोदा, कुम्हारी, पावर हाउस, रिसाली, कैंप-1, वैशाली नगर, स्मृति नगर, टाउनशिप, हुडको समेत लगभग

सभी स्थानों पर बिजली थोड़ी-थोड़ी देर के लिए आती जाती रही। बड़ी लाइन में चल रहे काम को भी कुछ देर के लिए रोक दिया गया। हालांकि मौसम ठीक होते ही बिजली आपूर्ति बहाल हो गई। इससे लोगों को गर्मी से राहत मिली।

 

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47.4 डिग्री सेल्सियस अधिकतम पारा 31 मई 1988 को दर्ज किया गया।

19.7 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान 2 मई 2005 को दर्ज किया गया।

65.5 मिमी बारिश 8 मई 1977 को 24 घंटे के भीतर हुई थी।

111.2 मिमी बारिश पिछले साल यानी 2021 में हुई थी।

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