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- हरियाली तीज का व्रत निर्जला रखा जाता है।
- सावन में पड़ने वाली हरियाली तीज का बहुत महत्व है।
- महिलाएं यह व्रत पति की लंबी उम्र के लिए रखती है।
- इस पर्व पर महिलाएं हरे रंग की साड़ी, चूड़ी पहनें।
धर्म डेस्क। सावन का महीना 22 जुलाई से शुरू हुआ था। यह 19 अगस्त तक चलने वाला है। 19 अगस्त के दिन रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाएगा। रक्षाबंधन के त्योहार के साथ ही सावन के महीने की समाप्ति होगी। सावन का हर दिन बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। सावन में कई व्रत-त्योहार मनाए जाते हैं।
ऐसे में सावन में पड़ने वाली हरियाली तीज का बहुत महत्व है। मान्यता है कि हरियाली तीज के दिन माता पार्वती ने भगवान शिव को पति रूप में प्राप्त किया था। तभी से इस व्रत को करने की परंपरा शुरू हुई। हरियाली तीज के दिन झूला झूलने की भी परंपरा है। यह पर्व मुख्य रूप से माता पार्वती को समर्पित होता है।
हरियाली तीज से जुड़ी जरूरी बातें
मान्यता की हरियाली तीज का व्रत महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए रखती है। वहीं, कुवांरी कन्याएं हरियाली तीज का व्रत अच्छे वर की प्राप्ति के लिए रखती हैं। यदि आप पहली बार हरियाली तीज का व्रत रखने जा रही हैं या फिर आप अविवाहित हैं और मनचाहा पर प्राप्त करने के लिए पहली बार व्रत रख रही हैं, तो आपको कुछ बातों का जरूर ध्यान रखना चाहिए
हरियाली तीज 2024 तिथि
पंचांग के अनुसार हर साल सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर हरियाली तीज का पर्व मनाया जाता है। इस बार हरियाली तीज का व्रत 7 अगस्त 2024, बुधवार को रखा जाएगा। इस दिन सुहागिन महिलाएं विशेष उत्सव मनाती हैं।
इस दिन सोलह श्रृंगार करें
हरियाली तीज के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विधि विधान से पूजा की जाती है। इस पर्व पर मेहंदी लगाने का भी बहुत महत्व बताया गया है।
हरियाली तीज का व्रत सुखी जीवन और समृद्धि के लिए रखा जाता है। ऐसे में नव विवाहित महिलाओं को हरे रंग की साड़ी, चूड़ी पहनना चाहिए।
इस दिन महिलाओं को सोलह श्रृंगार जरूर करना चाहिए। साथ ही माता पार्वती को भी सोलह श्रृंगार अर्पित करना चाहिए।
हरियाली तीज के दिन कुछ भी खाना पीना नहीं चाहिए। यह व्रत निर्जला रखा जाता है। रात को चंद्रमा की पूजा करने के बाद यह व्रत खोला जाता है।
यदि आप इस दिन निर्जला व्रत नहीं रख सकती है, तो आप फलाहार व्रत रखने का संकल्प कर सकती हैं।
हरियाली तीज की व्रत कथा पढ़ें
हरियाली तीज के दिन व्रत रखकर विधि-विधान से माता पार्वती की पूजा करें। इसके साथ ही व्रत कथा जरूर पढ़ें या फिर सुनें। ऐसा करने से विवाहित जीवन सुखी बनता है। हरियाली तीज का व्रत रखने वाली महिलाएं पूजा के बाद माता रानी को चढ़ाया हुआ सिंदूर अपनी मांग में जरूर लगाएं और पति की लंबी उम्र की कामना करें। इस दिन विवाहित महिलाएं अपनी सास या सास के सामान किसी महिला को सुहाग का सामान भेंट करें।