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- छत्तीसगढ़ में लगातार बारिश से गंगरेल डैम अपने शबाब पर है. बीते दिनों डैम में पानी निचले स्तर पर पहुंच गया था लेकिन तीन दिनों की जबरदस्त बारिश से ना सिर्फ गंगरेल बल्कि माडमसिल्ली, दुधावा और सोंढुर बांध में भी अच्छा पानी भर गया है.
धमतरी: छत्तीसगढ़ के ज्यादातर इलाकों में पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है. भारी बारिश से अब धमतरी के सूखे बांधों में भी पानी की आवक अच्छी खासी होने लगी है. धमतरी के सबसे बड़े गंगरेल बांध में हर घंटे 3 सेंटीमीटर जलस्तर में इजाफा हो रहा है. अब तक बांध में 40 परसेंट से ज्यादा पानी भर चुका है. बारिश लगातार जारी है अच्छे पैमाने पर पानी की आवक भी लगातार हो रही है.
छत्तीसगढ़ में बारिश से बांध हुए लबालब: गंगरेल बांध के साथ-साथ जिले के माडमसिल्ली, दुधावा, और सोंढुर बांध में भी जलस्तर काफी हद तक सुधर चुका है. यह एक बड़ी राहत देने वाली खबर है. क्योंकि बीते महीने में ही धमतरी जिले के सभी बांध लगभग सूख चुके थे और हालत चिंता पैदा करने वाले थे. लेकिन जुलाई माह में सावन लगने के बाद पहले सोमवार से ही जो झमाझम बारिश शुरू हुई, उससे 48 घंटे के अंदर ही सभी बांधों की स्थिति खतरे से बाहर हो चुकी है.
छत्तीसगढ़ में बारिश से गंगरेल डैम में भरा पानी (ETV Bharat Chhattisgarh)
पिछले 3- 4 दिनों की बारिश से काफी राहत मिली है. खेती किसानी और बांध के मामले में ये काफी अच्छी बारिश हुई. सभी डैम लगभग 35 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ गए हैं. – नम्रता गांधी, कलेक्टर, धमतरी
छत्तीसगढ़ के बांधों में पानी:
32.15 टीएमसी वाले गंगरेल बांध में 15.004 टीएमसी पानी भर गया है. यहां 66 हजार 36 क्यूसेक पानी आ रहा है. अब तक गंगरेल में 40 फीसदी पानी भर चुका है.
माडमसिल्ली बांध जो 5.839 टीएमसी वाली क्षमता रखता है जिसमे में 2.790 टीएमसी पानी भर गया है. यहां 15 हजार 682 क्यूसेक पानी आ रहा है. अब तक माडमसिल्ली में 46.66 फीसदी पानी भर गया है.
10.192 टीएमसी वाले दुधावा बांध में 4.112 टीएमसी पानी भर गया है. यहां 5 हजार 194 क्यूसेक पानी आ रहा है. दुधावा बांध में 39 फीसदी पानी भर गया है.
6.995 टीएमसी वाले सोंढूर बांध में 3.44 टीएमसी पानी भर गया है. यहां 3 हजार 565 क्यूसेक पानी आ रहा है. इस तरह सोंदूर में 43.97 फीसदी पानी भर गया है.
डैम में पानी भरने से किसान और प्रशासन खुश: उम्मीद है कि यह बारिश इसी तरह दो से तीन दिन और हुई तो सभी बांध लबालब हो जाएंगे. बांधों के भर जाने से किसानों में भी खुशी है. साथ ही जिला प्रशासन भी काफी राहत महसूस कर रहा है. क्योंकि इन बांधों से न सिर्फ सिंचाई होती है. बल्कि रायपुर, धमतरी और भिलाई जैसे शहरों को पीने का पानी भी दिया जाता है. इसके साथ ही भिलाई इस्पात संयंत्र को चलाने के लिए भी गंगरेल बांध से ही पानी दिया जाता है. इस तरह से धमतरी के बांधों के भर जाने से पूरे छत्तीसगढ़ को बड़ी राहत मिली है.
बारिश से कई जगह जलभराव की स्थिति: वहीं ज्यादा बारिश से कुछ इलाकों में जलभराव की समस्या भी बनी है. कलेक्टर नम्रता गांधी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों की बारिश से कई जगह जलभराव हुआ लेकिन अब स्थिति कंट्रोल में हो रही है. नगरी में एक बच्ची नाले में बह गई. नगरी में ही कुछ गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूटने की स्थिति बन गई थी जो अब काफी हद तक संपर्क में है. राशन की व्यवस्था कराई जा रही है. बारिश के दिनों में बीमारियों का ज्यादा खतरा रहता है ऐसे में पानी उबालकर पीएं. मलेरिया, डेंगू, डायरिया से बचाव करें. कोई भी तकलीफ होने पर अस्पताल तुरंत जाएं.