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अंबिकापुर। होली के दिन सरगुजा जिले में अचानक बदले मौसम ने रंग में भंग डाल दिया। दोपहर बाद मूसलाधार वर्षा के बीच जमकर ओलावृष्टि हुई। छत्तीसगढ़ का मैनपाट अपनी खूबसूरती के लिए प्रसिद्ध है। इसकी खूबसूरती के कारण इसे छत्तीसगढ़ का शिमला भी कहते हैं। सरगुजा संभाग मुख्यालय अंबिकापुर में हल्की तो मैनपाट में भारी ओलावृष्टि हुई।
मैनपाट के परपटीया और ललेया में काफी देर तक हुई ओलावृष्टि से बर्फबारी के समान नजारा दिखने लगा। यहां फसलों को भारी नुकसान हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से उत्त्तरी छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में अचानक बिगड़ा मौसम। हालांकि कुछ दिनों से आसमान में हल्के बादल नजर आ रहे थे लेकिन लोगों की उम्मीद नहीं थी की होली के दिन मौसम में इतना बड़ा परिवर्तन होगा।
कैमरे में कैद हुए खूबसूरत नजारे
सोमवार को सुबह से धूप निकली हुई थी और लोग होली की मस्ती में सराबोर थे। दोपहर बाद करीब तीन बजे अचानक आसमान में काले बादल छा गए और गरज चमक के साथ हल्की बारिश शुरू हो गई। देखते-देखते बारिश तेज हो गई और फिर ओलावृष्टि शुरू हुई।
संभाग मुख्यालय अंबिकापुर में भी पहली बार इस सीजन में ओलावृष्टि हुई हालांकि यह कुछ समय तक हुई इसके कारण ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। लेकिन सरगुजा क्षेत्र के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मैनपाट के ललैया और परपटीया में जमकर ओलावृष्टि हुई। यहां काफी देर तक ओले गिरते रहे। इससे पूरा इलाका बर्फ से ढंका नजर आ रहा था। भारी ओलावृष्टि से मैनपाट के इस इलाके में लगी गेहूं, चना सहित सब्जीवर्गीय फसलों को भारी नुकसान हुआ है।
माह के आखिरी दिनों में फिर बदलेगा मौसम
पश्चिमी विक्षोभ का एक नया सिस्टम सक्रिय होने वाला है जो आने वाले दिनों में उत्तरी छत्तीसगढ़ का मौसम फिर से प्रभावित करेगा। जानकारी के अनुसार 30 और 31 मार्च को सरगुजा संभाग के कई इलाकों में गरज चमक के साथ हल्की वर्षा और कहीं कहीं ओलावृष्टि की संभावना है।