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एक बार फिर देश के वातावरण में परिवर्तन का विकराल रूप देखने को मिल रहा हैं। जहां मौसम में आए दिन बदलाव देखा जा रहा है। उधर उत्तर भारत के कुछ राज्यों में जहां बीते 24 घंटे के बीच हुई बरसात ने ठंड बढ़ा दी है। वहीं, पहाड़ी राज्यों में भीषण स्नोफॉल के चलते। यहां उत्तर प्रदेश के लखनऊ, जौनपुर, आजमगढ़, सुल्तानपुर सहित कई जिलों में वीरवार को हुई तीव्र वर्षा के चलते कई क्षेत्रों में भयंकर धुआं देखने को मिला। इससे कंपकंपी काफी ज्यादा बढ़ गई है और घना कोहरा भी पड़ रहा है। मौसम कार्यालय के मुताबिक, आज से दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में वर्षा का एक नवीन सेशन प्रारंभ होगा। केरल और माहे में आज और कल तूफानी वर्षा की आशंका जताई गई है। जहां शनिवार को तमिलनाडु में भिन्न भिन्न जगहों पर और भी अधिक बरसात दर्ज की जा सकती है।
राज्यों में होगी भीषण वर्षा
अगले 48 घंटे के बीच मिजोरम, मणिपुर, त्रिपुरा, मेघालय, असम, अरुणाचल प्रदेश और नागालैंड के छिटपुट स्थानों पर मामूली से भारी लेवल की वृष्टि दर्ज हो सकती है। इसके अतिरिक्त यूपी, बिहार, झारखंड, पंश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, तटीय आंध्र प्रदेश में भी गजब के पानी बरसने का अंदेशा जताया गया है।
दिल्ली-NCR में फिर बढ़ेगी सर्दी
बात करें दिल्ली में शुक्रवार की प्रभात की सर्दी का अनुभव हुआ हैं और घना कोहरा भी देखने को मिला है। इधर मौसम कार्यालय के अनुरूप, ज्यादा से ज्यादा पारा 26 डिग्री सेल्सियस के करीब करीब बने रहने की आशंका जताई गई है। दिल्ली, नोएडा सहित पूरे एनसीआर में प्रभात सांझ के सवेरे भारी मात्रा में कोहरे की चादर देखने को मिल रही हैं। पंजाब-हरियाणा और राजस्थान में भी सर्दी पड़ रही है। वहीं, दिल्ली के अधिकांश क्षेत्रों में AQI बेहद दूषित’ केटेगरी में है।
कश्मीर में भीषण सर्दी का हुआ आगाज
यहां घाटी में सर्दी का प्रकोप अधिक बढ़ने के चलते पूरे कश्मीर में कम से कम टेंपरेचर ठोस सर्कल से नीचे आ agya गया है। जिधर जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में कम से कम टेंपरेचर जीरो से लुढ़क गया हैं जिसके बाद यह दो डिग्री सेल्सियस तक नोट किया गया, जबकि बीती रात्रि यह जीरो से नीचे 1.4 डिग्री सेल्सियस था। पहलगाम में पारा जीरो से लुढ़क कर 5.1 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया है।
चेन्नई में वर्षा से बाढ़ जैसे हालात
साइक्लोन ‘मिगजॉम’ के चलते झमाझम वर्षा होने के कुछ एक दिवस बाद वीरवार को चेन्नई के कुछ एक भागों और आसपास के जिलों के इलाकों में जल का जमाव हो गया हैं , जिससे महानगर और इसके अड़ोस ए के क्षेत्रों में आम दिनचर्या काफी ज्यादा उथल पुथल हो गया हैं। आई ‘मिगजॉम’ मंगलवार को आंध्र प्रदेश में तट को उलांघ गया और चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम और चेंगलपेट को इसका भारी भरकम भुगतान चुकाना पड़ा। वेलाचेरी और पश्चिम तांबरम के कुछ हिस्सों में वीरवार को भी जल का एकत्र हो गया, यहां पल्लीकरनई स्थानों में भोजन के पैकेट हवाई जहाज से नीचे गिराए गए।
झारखंड में वर्षा से आम जीवनशैली उथल पुथल
यहां झारखंड में आहिस्ता आहिस्ता हो रही वर्षा के सिलसिला ने साधारण जीवनशैली काफी ज्यादा उथल पुथल हो गई है। वहीं शुक्रवार संध्या से अंतराल में हो रही मामूली वर्षा से भारी और सामान्य वर्षा का अलर्ट जारी कर दिया गया है। रांची मौसम विज्ञान सेंटर के अफसर ने बताया कि शुक्रवार के बाद साइक्लोन का प्रभाव कम हो जाएगा। जहां उन्होंने बताया कि सायंकाल से बारिश की तीव्रता कम हो जाएगी।
पश्चिम बंगाल का मौसम
दरअसल पश्चिम बंगाल के कोलकाता और दक्षिणी जिलों में वीरवार की दिन्नरात्रि में हवा के साथ-साथ थोड़े थोड़े विलंब के साथ हो रही भयंकर वर्षा के कारण आम जनजीवन बेहद ज्यादा इफेक्ट हो रहा। मौसम कार्यालय ने शुक्रवार को दिन तक पूर्वी भारत में मध्यम रूप से मेघों के छाए रहने और मामूली वर्षा होने का अंदेशा जताया गया है। मौसम कार्यालय का मानना है कि सैक्लॉनिक तूफान ‘मिगजॉम’ दुर्बल होकर छत्तीसगढ़ के ऊपर निम्न नमी वाले इलाकों में पुनः परिवर्तित हो गया है, जिसके चलते ही पूर्वी भारत के मौसम में ऐसे कई सारे परिवर्तन देखने को मिल रहे।