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- – चलित वाहन में छोटी सी रेडिमेड कपड़े की दुकान से बढ़ी आमदनी
- – गांव में फेरी लगाकर कर रहे कपड़ा ब्रिकी का कार्य
- – प्रतिमाह 9 हजार रूपए की हो रही आमदनी
राजनांदगांव 22 मार्च 2023।वक्त है सामाजिक बदलाव का। ग्रामीण परिवेश में अपनी दृढ़ इच्छा शक्ति एवं मेहनत से बिहान की महिलाओं ने एक अलग रास्ता बनाया है। इसकी एक मिसाल पेश की है, राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम जंगलपुर की श्रीमती यामिनी साहू ने। उन्होंने राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान से जुड़कर 40 हजार रूपए का ऋण लेकर वाहन खरीदा तथा उसमें छोटी सी कपड़े की दुकान खोलकर गांव-गांव जाकर फेरी लगाकर कपड़ों की बिक्री का कार्य प्रारंभ किया। वे अपने पति श्री धर्मेन्द्र साहू के साथ मिलकर यह कार्य कर रही हैं। वाहन की दुकान में बच्चों एवं बड़ों के रेडिमेड कपड़े तथा अन्य कपड़े उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि प्रतिमाह लगभग 8 से 9 हजार रूपए की आमदनी हो रही है। वर्ष भर में लगभग 1 लाख रूपए आय हो रही है। श्रीमती यामिनी साहू ने बताया कि उन्होंने एमए तक की पढ़़ाई की है तथा पीजीडीसीए का कम्प्यूटर कोर्स किया है। उनका ऐसा मानना है कि शिक्षा विकास की पहली सीढ़ी है। इसलिए उन्होंने अपनी पढ़ाई जारी रखी। अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देना चाहती हैं। उन्होंने बताया कि बिहान से जुड़कर जिंदगी पहले से बेहतर हुई है। घर में बच्चों की पढ़ाई के लिए आर्थिक मदद करना चाहती थी। शासन की सुराजी गांव योजना का ग्रामीण क्षेत्रों में यह असर हुआ है कि गौठानों में समूह की महिलाएं एकजुटता के साथ कार्य कर रही हैं। अंतर्मुखी स्वभाव की घरेलू महिलाएं विभिन्न गतिविधियों से जुड़कर कार्य कर रही हैं और आर्थिक रूप से मजबूत हो रही हंै।