रायपुर@khabarwala.news. चुनावी सरगर्मी के बीच प्रदेश के एक प्रमुख आदिवासी मंत्री अमरजीत भगत ने एक सनसनीखेज बयान देकर अपनी ही पार्टी के विधायकों चेताया है। उन्होंने कहा कि इस बार कमजोर प्रदर्शन वाले 35 प्रतिशत विधायकों के टिकट कट सकते हैं. विधायकों के परफॉर्मेंस के अनुसार कुंडली तैयार हो रही है.
मंत्री अमरजीत ने कहा, विधानसभा बजट सत्र के बाद कांग्रेस चुनावी मोड में दिखेगी. सत्र के बाद टिकट पर अंतिम समीक्षा होगी. पिछले चुनाव के वक्त बारीकी से प्रत्याशियों का चयन किया गया था. कांग्रेस विधायकों के पास समय कम है, कमजोर प्रदर्शन वाले विधायकों की मुश्किलें बढ़ सकती है। यह बयान ऐसेे वक्त पर आया है जब भाजपा कांग्रेेस पर पूरी तरह हमलावर है। उनके बयान को कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व के आगे की रणनीति से जोडकर देखा जा रहा हे। सरगुजा क्षेत्र में टीएस सिंहदेव के बाद भगत बडेे नेताओं में शुमार हैं। इस सरकाार में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ उनके तालमेल को देखते हुए वे सबसे पावरफुल मंत्रियों में गिने जाते हैं। हाल ही में हुए कांग्रेस के 85वें अधिवेशन के बाद लगातार इस बात के कयास लग रहे हैं कि विधानसभा चुनाव के पहले संगठन में बदलाव हो सकता है।बदलाव हुआ तो सबसे अधिक मंत्रीीभगत को मिलेेेेगा। मोहन मरकाम के पीसीसी चीफ के रूप में तीन साल का कार्यकाल भी पूरा हो चुका है। ऐसेे में माना जा रहा है कि संगठनात्मक बदलाव हुए तो भगत को महत्वपूर्ण पद दिया जा सकता है। जानकारों का कहना है कि भगत सीएम भूपेश बघेल के गुुडबुक में हैं। उन्हें पीसीसी चीफ की पोस्ट भी मिल सकती है। अभी मोहन मरकाम आदिवासी वर्ग से पीसीसी चीफ है, उनको रिप्लेस करना पडा तो भगत सबसे बेहतर विकल्प साबित हाेंगे।