raipur@khabarwala.news
-जागरूकता रथ निकालकर समुदाय को दी जाएगी स्थाई और अस्थाई साधनों के बारे में जानकारी
बिलासपुर, 21 नवम्बर 2022: ‘सीमित परिवार सुख का आधार’ की परिकल्पना को साकार करते हुए परिवार नियोजन के प्रति जन जागरूकता लाने का लगातार प्रयास स्वास्थ्य विभाग की ओर से किया जा रहा है। इसी क्रम में परिवार नियोजन के लिए पुरुष नसबंदी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 21 नवंबर से पुरुष नसबंदी पखवाड़ा शुरू हुआ है जो 4 दिसंबर तक चलेगा। दो चरणों में आयोजित पखवाड़ा का प्रथम चरण संपर्क पखवाड़ा के रूप में मनाया जा रहा है। इसमें घर-घर जाकर लोगों को परिवार नियोजन एवं पुरूष नसबंदी के फायदे बताए जाएंगे।
इस दौरान विभिन्न जनजागरूकता कार्यक्रमों के साथ ही स्वास्थ्य केंद्रों में विशेष रूप से पुरुष नसबंदी के फायदे बताए जाएंगे। पखवाड़े के पहले चरण में लाभार्थियों को पुरुष नसबंदी को अपनाने के लिए तैयार किया जाएगा। वहीं दूसरे चरण में चिन्हित लाभार्थियों को परिवार नियोजन की सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अनिल श्रीवास्तव ने बतायाः ”स्वास्थ्य विभाग की ओर से जनसंख्या नियंत्रण के लिए लगातार अभियान चलाया जा रहा है। आज लोग परिवार नियोजन के प्रति जागरूक हुए हैं और परिवार नियोजन के साधनों का उपयोग भी कर रहे हैं। बावजूद इसके पुरूष नसबंदी के प्रति और जागरूकता की जरूरत है, हालांकि स्वास्थ्य विभाग परिवार नियोजन के साधनों के बारे में व्यापक प्रचार-प्रसार कर रहा है। पुरूष नसबंदी पखवाड़ा भी इसी उद्देश्य को लेकर आयोजित किया जा रहा है। जनसाधारण को सीमित परिवार के प्रति जागरूक करना और परिवार नियोजन के साधनों का उपयोग करने के लिए प्रेरित करना ही इस पखवाड़े का मुख्य उद्देश्य है।“
इस संबंध में जिला नोडल अधिकारी परिवार कल्याण कार्यक्रम, डॉ. मनीष श्रीवास्तव ने बताया: ““पखवाड़ा दो चरण में आयोजित होगा। प्रथम चरण 21 नवंबर से 27 नवंबर तक दंपत्ति सम्पर्क पखवाड़ा के रूप में मनाया जाएगा, जिसके तहत परिवार नियोजन के महत्व के बारे में लोगों को जानकारी दी जाएगी। इस दौरान जागरुकता कार्यक्रमों को स्वास्थ्य कार्यकर्ता मितानीन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से ग्रामीणों को परिवार नियोजन से संबंधित जानकारी दी जाएगी। साथ ही परिवार नियोजन साधनों से होने वाले लाभ भी मोबाइल मीडिया प्रचार वैन के माध्यम से दी जाएगी।“ इस बारे में जानकारी देते हुए प्रजनन, मातृ, नवजात, बाल और किशोर स्वास्थ्य (Reproductive, Maternal, Newborn, Child and Adolescent Health) सलाहकार डॉ. राजेश पटेल ने बताया: “पखवाड़ा के दौरान लाभार्थियों को चिन्हांकित किया जाएगा और जागरूकता रथ निकालकर लोगों को परिवार नियोजन के साधनों को अपनाने, पुरूष नसबंदी कराने की अपील की जाएगी। सपर्क पखवाड़ा के अंतर्गत हितग्राहियों की घर-घर जाकर सूची तैयार की जाएगी। पखवाड़े के दूसरे चरण में यानि 28 नवंबर से 4 दिसंबर तक उन हितग्राहियों को परिवार नियोजन की सेवाएं प्रदान की जा सकेंगी। पुरुष नसबंदी सरल, सुरक्षित और आसान विधि है, योग्य और इच्छुक लाभार्थी इस विधि का चुनाव करें तथा इसका लाभ उठायें।“
सरल और सुरक्षित है पुरुष नसबंदी- स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक पुरुष नसबंदी, महिला नसबंदी की अपेक्षाकृत अधिक सरल है। पुरुष नसबंदी में बिना चीरा के नसबंदी के बाद व्यक्ति को आराम की विशेष आवश्यकता नहीं होती। इससे न ही किसी प्रकार की कमजोरी आती है और न ही यह वैवाहिक जीवन ही प्रभावित होता है।