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बिलासपुर। पीएम स्वनिधि योजना कई परिवारों के लिए वरदान साबित हो रही है। ऐसे लोग जो स्वयं का व्यवसाय स्थापित करना चाहते हैं या अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाना चाहते हैं, उन्हें इस योजना से बहुत फायदा मिला है।
योजना के तहत जिले में एक साल में अब तक विभिन्न श्रेणियों में 11,036 हितग्राहियों का ऋण स्वीकृत किया गया है। योजना से लाभान्वित जूना बिलासपुर के रहने वाले लक्ष्मी प्रसाद गुप्ता ने बताया कि वे पान ठेला चलाते हैं, जिसके लिए उन्होंने पहले 10,000 का लोन लिया। इसके बाद 20,000 रुपये के लोन के लिए आवेदन किया।
इस ऋण को चुकाने के बाद उन्हें 50,000 का लोन मिला। उन्होंने बताया कि प्राप्त राशि को व्यवसाय में लगाकर उन्होंने आय अर्जित की और समय पर ऋण का भुगतान किया, जिसके कारण वे अधिक ऋण के पात्र बनें। उन्होंने कहा कि योजना से मिली राशि से उनका व्यवसाय बढ़ा जिससे उनकी आय में भी बढ़ोतरी हुई।
पीएम और सीएम का जताया आभार
उन्होंने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का आभार जताते हुए कहा कि इस योजना से हम जैसे लोगोें को बड़ी सहायता मिल रही हैं। योजना से लाभान्वित मसानगंज के रहने वाले असद अखतर खान ने बताया कि वे फास्ट फूड का ठेला चलाते हैं।
योजना से मिली राशि का उपयोग उन्होंने अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने में किया है, जिससे उनकी आय बढ़ी हैं। उन्होंने योजना के लिए प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना एक ऐसी योजना जो जरूरतमंद परिवारों को फुटकर व्यवसाय स्थापित कर आत्मनिर्भर बनने का संबल प्रदान करती है।
लोन चुकाने पर बढ़ती जाती है लिमिट
योजना के तहत प्रथम ऋण के रूप में 10,000 रुपये तक का लोन दिया जाता है। समय पर लोन चुकाने पर अगली बार 20,000 रुपये का ऋण दिया जाता है। इस राशि को चुकाने के बाद योजना के तहत 50,000 का ऋण दिया जाता है।
योजना का उद्देश्य कमजोर आय वर्ग को स्वयं के व्यवसाय के लिए सहयोग प्रदान करना है। फुटकर व्यवसायी रेहणी, ठेले, और छोटे-मोटे व्यवसाय करने वालों को योजना के तहत लाभान्वित किया जाता है।
8,123 का रहा लक्ष्य, अब तक 7,944 आवेदन स्वीकृत
जिले में योजना के तहत प्रथम ऋण के लिए 8,123 लक्ष्य प्राप्त है, जिनमें आज तक 7944 आवेदन स्वीकृत किए गए हैं। 7,591 हितग्राहियों को ऋण राशि दी जा चुकी हैं।
द्वितीय ऋण के लिए 3,673 लक्ष्य दिया गया है, जिनमें 2,398 आवेदन स्वीकृत किए गए हैं और 2207 हितग्राहियों को ऋण राशि प्रदान की गई है।
तृतीय ऋण 50,000 के लिए 330 लक्ष्य रखा गया है, जिसके विरुद्ध प्राप्त 975 आवेदनों में से 694 आवेदनों को स्वीकृती दी गई और 559 हितग्राहियों को ऋण राशि दी गई है।