भारत में फैला चीन वाला वायरस

HMPV के दो केसेस सामने आए, एचएमपीवी एक वायरल सांस संबंधी बीमारी है… – www.khabarwala.news

schedule
2025-01-08 | 02:32h
update
2025-01-08 | 02:33h
person
khabarwala.news
domain
khabarwala.news
भारत में फैला चीन वाला वायरस – HMPV के दो केसेस सामने आए, एचएमपीवी एक वायरल सांस संबंधी बीमारी है…

raipur@khabarwala.news

‘स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय’ (MoHFW) ने सोमवार को एक बयान में कहा कि भारत ने कर्नाटक में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के दो मामले सामने आए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक यह बीमारी दो महीने की एक बच्ची और 8 महीने के बच्चे में पाई गई, दोनों को ब्रोन्कोन्यूमोनिया की फैमिली हिस्ट्री थी. सबसे हैरानी कि बात यह है कि दोनों बच्चों और उनके परिवारों की कोई इंटरनेशनल ट्रेवल हिस्ट्री भी नहीं थी. फिलहाल बच्ची को छुट्टी दे दी गई है. वहीं बेबी बॉय बेंगलुरु बैपटिस्ट अस्पताल में अभी भी एडमिट है. ब्रुहट बेंगलुरु महानगर पालिका (BBMP) के सूत्रों ने कहा कि दूसरे बच्चे को भी आज छुट्टी मिल सकती है.

स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि दोनों मामलों की पहचान की गई है. दोनों को सांस से जुड़ी समस्या पहले से थी इसलिए उन्हें अभी भी निगरानी में रखी गई है. भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के देश भर में सांस संबंधी बीमारियों से पीड़ित लोगों को सतर्क रहने के लिए सलाह दी है.

Advertisement

एचएमपीवी एक वायरल सांस संबंधी बीमारी है

सरकार सभी उपलब्ध चैनलों के जरिेए इस बीमारी को लेकर लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है. एचएमपीवी एक वायरल सांस संबंधी बीमारी है जो सामान्य सर्दी जैसे लक्षण पैदा करता है. यह हवा में मौजूद कणों के माध्यम से फैलता है. इसके लक्षण हल्के से लेकर जैसे बहती नाक से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं. जिसमें सांस लेने में कठिनाई और सीने में दर्द शामिल है.

भारत के लिए HMPV केसेस नई है

इस बात पर जोर देते हुए कि एचएमपीवी पहले से ही भारत की दुनिया में है. मंत्रालय ने कहा कि एचएमपीवी से जुड़ी सांस संबंधी बीमारियों के मामले कई देशों में सामने आए हैं.इसके अलावा आईसीएमआर और एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) नेटवर्क के मौजूदा आंकड़ों के आधार पर है. देश में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) या गंभीर सांस संबंधी बीमारी (एसएआरआई) के मामलों में कई केसेस है. केंद्र ने पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि वह चीन में सांस संबंधी बीमारियों में लगातार संख्या बढ़ रही है. साथ ही कहा कि घबराने की कोई बात नहीं है क्योंकि यह वायरस भारत के लिए नया नहीं है.

हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि यह वायरस भारत में कई सालों से मौजूद है और खासकर 6 से 12 महीने की बच्चों को प्रभावित करता है. हालांकि यह 14 साल तक के बच्चों में भी मौजूद हो सकता है.स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक (DGHS) अतुल गोयल ने शुक्रवार को कहा था कि HMPV और दूसरे सांस से बीमारी वायरस के समान है. जो बहुत छोटे बच्चों में फ्लू जैसे लक्षण पैदा करता है.

MoHFW ने शनिवार को प्रकोप का आकलन करने के लिए इस मुद्दे पर एक संयुक्त निगरानी समूह की बैठक भी बुलाई थी.मंत्रालय ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) पहले से ही चीन में स्थिति के बारे में समय पर अपडेट दे रहा है ताकि चल रहे उपायों के बारे में और जानकारी मिल सके.

इंटरनेशनल हिस्ट्री न होते हुए भी इस कारण से भारत में आया HMPV

मंत्रालय ने कहा, देश भर में हाल ही में किए गए तैयारी अभ्यासों से पता चला है कि भारत सांस संबंधी बीमारियों में किसी भी संभावित वृद्धि को संभालने के लिए अच्छी तरह से सुसज्जित है और यदि आवश्यक हो तो सार्वजनिक स्वास्थ्य हस्तक्षेप तुरंत तैनात किए जा सकते हैं. तैयारियों को मजबूत करने के लिए निगरानी समूह ने भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के नेटवर्क के तहत HMPV के लिए प्रयोगशाला परीक्षण की संख्या बढ़ाने की सिफारिश की है. ताकि पूरे साल HMPV के रुझानों पर नज़र रखी जा सके.

इस स्थिति पर खास नजर रखी गई

कर्नाटक,-दिल्ली और केरल जैसे कई राज्यों के स्वास्थ्य विभागों ने HMPV के मामलों पर नज़र रखने के लिए निगरानी शुरू कर दी है. जिसमें मंत्री या विभाग तैयारियों पर सार्वजनिक बयान शेयर किये जा रहे हैं. दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग ने सोमवार को एक सलाह जारी की जिसमें संदिग्ध मामलों के लिए आइसोलेशन और सार्वभौमिक सावधानियों का पालन अनिवार्य किया गया है.

 

Advertisement

Imprint
Responsible for the content:
khabarwala.news
Privacy & Terms of Use:
khabarwala.news
Mobile website via:
WordPress AMP Plugin
Last AMPHTML update:
08.01.2025 - 03:00:09
Privacy-Data & cookie usage: