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बलरामपुर 30 दिसम्बर 2024: कलेक्टर श्री राजेन्द्र कटारा के निर्देशन एवं जिला पंचायत सीईओ श्रीमती रेना जमील के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में निःक्षय-निरामय अभियान के तहत 100 दिवसीय पहचान एवं उपचार अभियान 07 दिसंबर 2024 से 23 मार्च 2025 तक चलाया जा रहा है। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने जानकारी दी है कि सभी ग्रामों में लक्ष्य अनुरूप कुष्ठ एवं टीबी के मरीजों का पहचान एवं उपचार किया जा रहा है। इसके साथ ही 60 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों के लिए अनिवार्य रूप से जांच और एक्स-रे किया जा रहा है। किसी की भी स्क्रिनिंग न छुटे यह प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए सभी पीएचसी को निर्देशित किया गया है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के द्वारा बताया गया कि टीबी की प्रारंभिक पहचान दो सप्ताह तक की खांसी, वजन कम होना, रात में बुखार और पसीना आना, भूख न लगना, जैसे लक्षणों को चिन्हांकित कर बलगम की जांच ट्रुनॉट मशीन के द्वारा किया जा रहा है। यह मशीन जिले के समस्त विकासखण्ड में उपलब्ध है। आम तौर पर नियमित शराब का सेवन करने वाले, तम्बाकू, गुड़ाखु, बीडी व सिगरेट के आदी लोगों में यह लक्षण होते हैं तो उन्हें जागरूक कर एक्स-रे जांच कराया जाना है। इसके साथ-साथ अभियान का मुख्य उद्देश्य टीबी मरीजों का जांच कर उन्हें उपचार सुविधा उपलब्ध कराना है। इसके लिए पुरानी खांसी, अनुवांशिक हिस्ट्री, कुपोषित लोगों को संदेह के दायरे में रखा गया है। लक्षणात्मक मरीजों का एक्स-रे एवं बलगम की जांच मशीन के द्वारा कर पुष्टि होने पर निःशुल्क उपचार किया जाएगा।