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आवास की तस्वीर के साथ तकदीर भी बदली
उत्तर बस्तर कांकेर 09 दिसंबर 2024: प्रधानमंत्री आवास योजना से अब गांवों की भी तकदीर और तदबीर बदलने लगी है। कच्चे, टूटे-फूटे जीर्ण-शीर्ण घरों की जगह अब पक्के मकानों ने ले लिया है, जिससे लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आ रहा है। प्रत्येक व्यक्ति का सपना होता है कि उसका अपना पक्का घर हो, जिसमें वह अपने परिवार के साथ सुखमय जीवन व्यतीत कर सकें। ऐसे में गरीबों के लिए पक्के घर का सपना प्रधानमंत्री आवास योजना पूरा कर रही है।
विकासखण्ड मुख्यालय दुर्गूकोंदल से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत तरहुल निवासी श्रीमती नोमिन बाई भी उनमें से एक हैं जिनके सपना हकीकत में तब्दील हो चुका है। जिस जगह पर कभी टूटी और दरारयुक्त दरारें, सीलन भरा आंगन और झोपड़ीनुमा छत हुआ करती थी, वहां पर आज पक्का मकान तैयार हो चुका है तथा इसके बनने से नोमिन बाई के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन भी आया है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजनांतर्गत वर्ष 2018-19 में स्वीकृत हुआ था। स्वीकृत हुए आवास से लाभान्वित हितग्राही नोमिन बाई स्वयं के पक्का आवास होने से बेहद प्रसन्न एवं संतुष्ट हैं। अपने दुर्दिन को याद करते हुए श्रीमती नोमिन ने बताया कि पूर्व में एक कमरे के कच्चे मकान में निवासरत थे, जहाँ बरसात के दिनों में जीवन-यापन करने में अधिक कठिनाईओं का सामना करना पड़ता था। मिट्टी एवं खपरैल का घर होने के कारण बारिष के दिनों में पानी का टपकना, जमीन में नमी आ जाना, दीवारों में सीलन एवं कई अन्य प्रकार की समस्याएं होती थीं। श्रीमती नोमिन ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि वर्तमान में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) से लाभ प्राप्त कर पक्का मकान बनने एवं परिवार सहित निवास करने से वे बेहद प्रसन्न एवं संतुष्ट हैं।