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नई दिल्ली:पिछले एक सप्ताह में देश में हुए 2 हादसे ने लोगों को झकझोर कर रख दिया. पहले गुजरात (Gujarat) के लोथल में शोध कार्य के दौरान हुए हादसे में IIT दिल्ली की शोध छात्रा सुरभी वर्मा की मौत हो गयी. वहीं दूसरी घटना में कर्नाटक के हासन जिले में अपनी पहली तैनाती को लेकर कार्यभार संभालने जा रहे IPS अधिकारी हर्षवर्धन की सड़क हादसे में मौत हो गयी. इन 2 हादसे ने देश से 2 होनहार को छीन लिया. इन दोनों का करियर शुरू होने से पहले ही खत्म हो गया.
सिंधु घाटी सभ्यता से जुड़े स्थल लोथल में हुई सुरभि की मौत
गुजरात के लोथल पुरातात्विक स्थल के पास बुधवार सुबह शोध के लिए गड्ढे में उतरी आईआईटी दिल्ली की छात्रा सुरभि वर्मा की मिट्टी धंसने से मौत हो गई थी और तीन अन्य इस मामले में घायल हो गए थे. अधिकारियों ने बताया था कि यह हादसा उस समय हुआ था जब भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली की पीएचडी छात्रा सुरभि वर्मा (23) और अन्य अहमदाबाद से करीब 80 किलोमीटर दूर प्राचीन सिंधु घाटी सभ्यता स्थल पर शोध कार्य के लिए पहुंचे थे. पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) ओम प्रकाश जाट ने बताया कि चार शोधार्थियों का एक दल अध्ययन के लिए मिट्टी के नमूने एकत्र करने के लिए हड़प्पा बंदरगाह शहर लोथल पुरातात्विक स्थल के पास पहुंचा था. उन्होंने बताया कि चार शोधार्थियों में से दो आईआईटी दिल्ली से और इतने ही आईआईटी गांधीनगर से थे.
कैसे हुआ हादसा?
अधिकारी ने बताया कि चारों शोध संबंधी उद्देश्य के लिए खोदे गए 10 फुट गहरे गड्ढे के अंदर उतरे, लेकिन उसी दौरान गड्ढे की दीवार ढह गई और वे मिट्टी के ढेर के नीचे दब गए.अधिकारी ने कहा, ‘‘आईआईटी दिल्ली की एक शोधकर्ता की मौके पर ही मौत हो गई, जिसकी पहचान सुरभि वर्मा के रूप में हुई. तीन अन्य को बचा लिया गया और अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत स्थिर है.”
आईआईटी दिल्ली और गांधीनगर के रिसर्चर सिंधु घाटी सभ्यता से जुड़े स्थल लोथल पहुंचे थे.मिट्टी के नमूने एकत्र करने के दौरान हादसा हो गया. जिनमें सभी दब गए.3 रिसर्चर को बचा लिया गया वहीं इस हादसे में एक की मौत हो गयी. पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है कि क्या तय मानकों का पालन किया गया था या नहीं?
गुजरात पुलिस कर रही है सुरभि की मौत की जांच
गुजरात पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि सिंधु घाटी सभ्यता से जुड़े स्थल लोथल के पास 27 नवंबर को जब मिट्टी धंस जाने से आईआईटी दिल्ली की एक पीएचडी छात्रा की मौत हो गयी थी, तब क्या मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) का पालन किया गया था? अहमदाबाद के जिला पुलिस अधीक्षक ओम प्रकाश जाट ने कहा, ‘‘आईआईटी दिल्ली और आईआईटी गांधीनगर की संयुक्त टीम ‘पैलियोक्लाइमैटिक (प्राचीनकालीन मौसम)’ अध्ययन के लिए मिट्टी का नमूना लेने के लिए मौके पर पहुंची थी. गड्ढे के अंदर मौजूद सुरभि की मिट्टी धंसने से तत्काल मौत हो गई. आईआईटी दिल्ली की एक महिला प्रोफेसर को बचा लिया गया और आईआईटी गांधीनगर के दो शोधकर्ता सुरक्षित हैं.”
पहली पोस्टिंग पर जा रहे IPS की मौत से सदमे में देश
हर्षवर्धन सिंह की मैसूर में ट्रेनिंग हुई थी. इसके बाद उन्हें पहली पोस्टिंग कर्नाटक के हिसाल में मिली थी. यहां उन्हें अपर पुलिस अधीक्षक के रूप में तैनाती दी गई थी. रविवार को वह कार से हिसाल जा रहे थे. 10 किलोमीटर का सफर बाकी था. इसी दौरान उनकी कार का एक्सीडेंट हो गया. जानकारी के मुताबिक, कार का टायर फट गया था, जिससे ये अनियंत्रित हो गई थी. हर्षवर्धन सिंह की मौके पर ही मौत हो गई थी. वहीं चालक बुरी तरह जख्मी हो गया.
2 नौकरी छोड़ IPS बने थे हर्षवर्धन सिंह
IPS हर्षवर्धन सिंह के परिजन नन्हे ओर रश्मि ने बताया कि दो नौकरी से इस्तीफा देने के बाद IPS में उनका सिलेक्शन हुआ था. हर्षवर्धन के पिता अखिलेश सिंह मध्य प्रदेश में SDM हैं. छोटे भाई आनंदवर्धन IIT इंजीनियर हैं. वह भी UPSC की तैयारी कर रहे हैं.
बिहार में हुआ हर्षवर्धन का अंतिम संस्कार
आईपीएस हर्षवर्धन सिंह ड्यूटी का पार्थिव शरीर मंगलवार की अहले सुबह पहुंचने पर गांव के लोगो के अलावा पूरे जिले के सैकड़ों लोग अंतिम यात्रा में शामिल हुए.कोसी प्रक्षेत्र के डीआईजी मनोज कुमार, सहरसा एसपी हिमांशु, सिमरी बख्तियारपुर एसडीपीओ मुकेश कुमार ठाकुर, सदर एसडीओ प्रदीप कुमार झा सहित कई प्रशासनिक अधिकारी अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे. सहरसा जिला पुलिस द्वारा उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. मंगलवार की सुबह तिरंगा में लिपटा पार्थिव शरीर जब फतेहपुर स्थित घर पर पहुंचा तो परिवार और इलाके के लोग गम में डूब गए.
पुलिस ने बताया कि हर्षवर्धन कर्नाटक कैडर के 2023 बैच के आईपीएस अधिकारी थे और मध्यप्रदेश के रहने वाले थे. इस दुखद दुर्घटना की खबर मिलते ही उनके पिता अपने बेटे का पार्थिव शरीर लेने कर्नाटक पहुंचे. सिंगरौली जिले के देवसर कस्बे में उप मंडल दंडाधिकारी (एसडीएम) के पद पर तैनात सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘मैं और परिवार के अन्य सदस्य उनके पार्थिव शरीर को लेने के लिए कर्नाटक रवाना हो गए हैं.’