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रायपुर। छत्तीसगढ़ में मौसम ने करवट लेना शुरू कर दिया है। धीरे-धीरे हवा में नमी की मात्रा कम हो रही है, जिससे तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की जा रही है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले तीन दिनों में न्यूनतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा, लेकिन उसके बाद ठंड का असर धीरे-धीरे बढ़ने लगेगा। राज्य के दक्षिणी हिस्सों में आगामी दो दिनों तक आंशिक बादल छाए रहने की संभावना है, जिससे दिन के तापमान में अधिक बदलाव नहीं होगा।
मंगलवार को छत्तीसगढ़ में सबसे अधिक तापमान 32.6 डिग्री सेल्सियस दंतेवाड़ा में और सबसे कम न्यूनतम तापमान 13.4 डिग्री सेल्सियस अंबिकापुर में दर्ज किया गया। राजधानी रायपुर में बुधवार को मौसम साफ रहने की उम्मीद है, जहां अधिकतम तापमान 32 डिग्री और न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा।
चक्रवाती परिसंचरण और द्रोणिका का प्रभाव
मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर स्थित एक चक्रवाती परिसंचरण और उससे जुड़ा निम्न दबाव क्षेत्र सक्रिय है। यह परिसंचरण समुद्र तल से लगभग 1.5 किमी ऊपर तक फैला हुआ है और उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश के पास पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी तक विस्तृत है। यह स्थिति अगले कुछ दिनों तक बनी रहेगी, जिससे मौसम में हल्की-फुल्की बदलाव देखने को मिल सकता है।
हवा की दिशा में बदलाव से बढ़ेगी ठंड
मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले तीन से चार दिनों में हवा की दिशा में परिवर्तन होगा, जिससे ठंड का एहसास और बढ़ जाएगा। वर्तमान में उत्तर-पूर्वी हवाओं का प्रभाव बढ़ रहा है, जिससे तापमान में गिरावट आने की संभावना है। आसमान साफ रहेगा, जिससे ठंडी हवाएं चलेंगी और लोगों को ठंड का एहसास होने लगेगा। धीरे-धीरे ठंड का प्रभाव पूरे राज्य में फैलने की संभावना है, जिससे आने वाले दिनों में सुबह और रात के तापमान में और गिरावट देखने को मिलेगी।
आसमान साफ और शुष्क मौसम की स्थिति
मंगलवार को रायपुर में हवा की गति लगभग 3 किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई, जबकि वातावरण में नमी की मात्रा 69 प्रतिशत रही। दिन का तापमान सामान्य से दो डिग्री और रात का तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया।
आने वाले दिनों में पश्चिमी विक्षोभ के उत्तरायण होने की वजह से मौसम शुष्क और साफ बना रहेगा। उत्तर भारत के पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी होने की संभावना है, जिससे ठंडी हवाएं छत्तीसगढ़ तक पहुंचेंगी और तापमान में तेजी से गिरावट होगी। इससे प्रदेश में ठंड का असर बढ़ेगा और सर्दी का मौसम शुरू हो जाएगा।