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रायपुर। छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय और पंचायत चुनाव से पहले कांग्रेस की पदयात्रा शुरू होगी। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष दीपक बैज 125 किमी पैदल यात्रा करेंगे और विभिन्न स्थानों में सभाओं को संबोधित करेंगे। दरअसल, दीपक बैज की अध्यक्षता में प्रदेश कांग्रेस कारणी की बैठक हुई। इसमें रायपुर दक्षिण विधानसभा उपचुनाव तथा नगरीय निकाय चुनाव की तैयारी व रणनीति पर चर्चा हुई। साथ ही प्रदेश में लचर कानून व्यवस्था को लेकर तथा संगठनात्मक कार्यक्रमों को गति देने को लेकर भी व्यापक चर्चा की गई।
बैठक में कुछ पदाधिकारियों ने बलौदाबाजार मामले में निर्दोषों की गिरफ्तारी तथा बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर पदयात्रा निकालने का सुझाव दिया, जिसे प्रदेशाध्यक्ष बैज ने मान लिया। बताया जाता है कि रायपुर से 27 सितंबर को पदयात्रा की शुरूआत होगी, जिसका समापन दो अक्टूबर को गिरौदपुरी में होगा।
बैठक में प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैदू, उपाध्यक्षगण प्रतिमा चंद्राकर, प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला, महामंत्री सुबोध हरितवाल, कन्हैया अग्रवाल, प्रदेश कांग्रेस सेवादल प्रमुख अरूण ताम्रकार आदि मौजूद थे।
सरकार को कटघरे में किया खड़ा: बैज
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बैज ने बैठक में कहा कि राज्य सरकार के जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आंदोलन चला रहे। कानून-व्यवस्था की खराब स्थिति को लेकर सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। मुख्यमंत्री को मजबूरन एसपी-कलेक्टर कांफ्रेंस बुलाना पड़ रहा। कानून व्यवस्था सुधारने की हिदायत देनी पड़ रही है। जब तक प्रदेश का एक भी नागरिक असुरक्षित है, शांत नहीं बैठेंगे।
प्रदेश कार्यकारणी की बैठक के बाद मीडिया से चर्चा करते हुए दीपक बैज ने गृह विभाग की समीक्षा बैठक में गृहमंत्री विजय शर्मा की अनुपस्थिति को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार में समन्वय नहीं दिख रहा है। मुख्यमंत्री की दिशा अलग और गृहमंत्री की अलग नजर आ रही है।
पद यात्रा नहीं, माफी यात्रा निकाले कांग्रेस
केदार भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता केदारनाथ गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस की पदयात्रा का नाम माफी पदयात्रा होनी चाहिए। यह पदयात्रा मुद्दाविहीन कांग्रेस के राजनीतिक अस्तित्व को बचाने की निरर्थक सियासी कवायद ही साबित होगी। भूपेश-सरकार ने पांच साल के कार्यकाल में प्रदेश को कर्ज में डुबो दिया। जमकर भ्रष्टचार किया। लोगों का अब कांग्रेस पर विश्वास नहीं है। कांग्रेस को प्रदेश में घूम-घूम कर माफी मांगनी चाहिए।