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ज्योतिष शास्त्र में भाद्रपद माह की पूर्णिमा तिथि से पितृ पक्ष की शुरुआत होती है. इन दिनों में पितरों के निमित्त श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान आदि किया जाता है. ताकि उनकी आत्मा को शांति मिल सके. पूर्वजों के होने का संकेत देती हैं कुछ चीजें. अगर आपको भी इन दिनों में दिखे तो जल्द करें ये उपाय.
सनातन धर्म में पितृ पक्ष का विशेष महत्व बताया पितृ पक्ष में पितर स्वर्ग लोक से धरती पर आते हैं और 16 दिनों तक अपने वशंजों के साथ वास करते हैं. पितृ पक्ष का समय पितरों को खुश करने का समय होता है. इस दौरान किया धर्म-कर्म, पूजा-पाठ कई समस्याओं का समाधान हो सकता है. इस दौरान लोग अपने पितरों के लिए तर्पण, दान-पुण्य करते हैं जिससे खुश होकर पितर आशीर्वाद देते हैं.
पितरों के आशीर्वाद से घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली आती है. पितृ पक्ष में पितरों का तर्पण और उनके नाम से दान-पुण्य करना चाहिए जो व्यक्ति ऐसा नहीं करता है उससे पितर नाराज हो जाते हैं और व्यक्ति को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
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इस बार पितृ पक्ष की शुरुआत 17 सितंबर से भाद्रपद पूर्णिमा से हो रही है. इस दौरान पितरों की उपस्थिति के कुछ संकेतों के बारे में जाना जा सकता है. अगर पितर आपके आसपास हैं तो आपको कुछ संकेत मिलने लगते हैं जिन्हें जानना बहुत जरूरी है तो आइए जानते हैं क्या हैं वे संकेत.
पितरों के होने का संकेत देती हैं ये घटनाएं
– ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि पितर आपके आसपास हैं तो घर में पीपल का पौधा निकला दिख सकता है. इससे मालूम होता है कि पितर आपसे नाराज हैं इसलिए पितृ पक्ष में पितरों के नाम से तर्पण जरूर करें और गरीबों को अन्न का दान करें. ऐसा करने से पितर आपसे खुश होंगे और पितृ दोष से भी छुटकारा मिलेगा.
– वहीं, घर में लगी हरी-भरी तुलसी का सूख जाना भी पितरों की उपस्थिति और नाराजगी का संकेत होता है. इससे पता लगता है कि पितर आपसे नाराज हैं. इसके लिए पितृ पक्ष के दौरान 16 दिनों तक उनके नाम से खाना निकालें और जल तर्पण करें, इससे पितृ दोष से छुटकारा मिल सकता है.
– बता दें कि अगर घर में लाल चीटिंया निकलती दिखाई दे तो यह भी पितरों की उपस्थिति का संकेत होता है. लाल चीटिंयों के निकलने से रास्ते का पता करें और वहां आटा डाले, इससे पितरों को शांति मिलेगी. अगर आप इन्हें बाहर करना चाहते हैं तो मारे नहीं किसी और तरीके से इन्हें हटाएं.
– ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर पितृ पक्ष के दौरान घर में अचानक से काला कुत्ता आता है तो ये भी पितरों की उपस्थिति का संकेत होता है. इसका अर्थ हैं कि पितर आपसे खुश हैं. काला कुत्ता पितरों का संदेशसूचक माना जाता है, इसका यह मतलब हो सकता है कि पितर आपके लिए कोई शुभ संदेश लेकर आए हैं.