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मुंबई। मुंबई में जारी भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। कई ट्रेनें प्रभावित हुई, तो वहीं सड़कें जलमग्न हो गई। देशभर के कुछ राज्यों में लगभग यही हाल है। उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और असम में भारी बारिश के कारण लोगों के सामने समस्या पैदा हो गई है।
उत्तर प्रदेश के बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर में बारिश की वजह से सड़कों पर पानी भरा है। कई बिजली उपकेद्रों में पानी भरने से लाइट भी नहीं आ रही है। उत्तराखंड में बारिश की वजह से जहां कुछ स्थानों पर भूस्खलन की घटनाएं सामने आई हैं। वहीं, असम में बाढ़ की वजह से लाखों लोगों का जनजीवन पटरी से उतर गया है।
मुंबई में लोकल ट्रेन हुई बाधित
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, मुंबई उपनगरीय और हार्बर लाइन पर भारी बारिश के कारण जलभराव हो गया। इससे स्टेशन छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, कुर्ला-विक्रोली और भांडुप से गुजरने वाली कई ट्रेंन प्रभावित हुई हैं। दरअसल, मुंबई में ट्रेन की पटरियां जलमग्न होने से लोकल ट्रेन नहीं चल पा रही हैं।
#WATCH मुंबई, महाराष्ट्र: शहर में भारी बारिश के कारण विद्याविहार रेलवे स्टेशन पर जलभराव देखने को मिला।
रेलवे विभाग के अनुसार, भारी बारिश के कारण मध्य रेलवे की उपनगरीय सेवाएं प्रभावित हुई हैं। सायन, भांडुप और नाहुर स्टेशनों के बीच ट्रेन सेवाएं प्रभावित हैं। बारिश का पानी पटरियों के ऊपर था इसलिए ट्रेनों को लगभग एक घंटे तक रोका गया, अब पानी थोड़ा कम हुआ है इसलिए ट्रेनें फिर से शुरू हो रही हैं, लेकिन सेवाएं अभी भी प्रभावित हैं।
महाराष्ट्र: मुंबई में लगातार हो रही बारिश के कारण ट्रेन की पटरियों पर जलभराव देखा गया।
इन क्षेत्रों में हुआ जलजमाव
मुंबई में भारी बारिश के कारण शहर के कई हिस्सों में जलभराव देखा गया। इसके साथ ही परेल, वर्ली सहित किंग सर्कल क्षेत्र में भी सड़कें जलमग्न हो गई, जिसके चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। कुछ क्षेत्रों में पेड़ गिरने से सड़कें ब्लॉक हो गई, जिससे आवागमन बाधित हुआ।
महाराष्ट्र: मुंबई में भारी बारिश के कारण शहर के कई हिस्सों में जलभराव देखा गया। पानी के बीच कई गाड़ियां बंद होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
भूस्खलन से 142 से ज्यादा रास्ते बंद
उत्तराखंड में बारिश के साथ साथ कुछ स्थानों पर भूस्खलन की घटनाएं भी सामने आईं हैं। इससे बदरीनाथ हाईवे समेत 142 मार्ग बंद हो गए हैं। हालांकि, सरकार ने इसमें से 89 मार्ग पर यातायात बहाल कर दिया है, लेकिन 109 मार्ग अब भी ब्लॉक है।
खतरे के निशान से ऊपर हैं नदियां
राज्य में पिथौरागढ़ के धारचूला में काली नदी खतरे के निशान से 0.90 मीटर ऊपर बह रही है। इसके साथ ही रुद्रप्रयाग में अलकनंदा और मंदाकिनी नदी भी खतरे के निशान से ऊपर है। चमोली में अलकनंदा पिंडर, धौली गंगा, नंदाकिनी नदी की भी यही स्थिति है।
असम में 23 लाख लोग हुए प्रभावित
असम में भी बाढ़ से हालत खराब है। यहां बाढ़ से 28 जिलों के 23 लाख लोग प्रभावित हुए हैं, जबकि 66 लोगों की मौत हो गई। वहीं, कई नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर चला गया है। 3,446 गांवों में जनजीवन अस्त व्यस्त है। साथ ही 68,432.75 हेक्टेयर में लगी फसल को भी नुकसान पहुंचा है।
असम में 53,689 लोगों को 269 राहत शिविर में भेजा गया है। साथ ही 3,15,520 गैर-राहत शिविर के कैदियों को राहत सामग्री प्रदान की गई है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन सहित कई एजेंसियां राहत और बचाव कार्य में जुटी है।
इन राज्यों में भारी से अति भारी बारिश का अनुमान
पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 11 जुलाई तक भारी से अति भारी बारिश का अनुमान है।
नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम व त्रिपुरा में आज भारी से अति भारी बारिश की संभावना है।
असम व मेघालय में 8-9 जुलाई को भारी से अति भारी बारिश देखने को मिल सकती है।
IMD ने बिहार में 9 से 11 जुलाई तक भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान जताया है।
मध्य महाराष्ट्र में आज अलग-अलग स्थानों पर भारी से अति भारी बारिश हो सकती है।
अरुणाचल प्रदेश में 10 जुलाई तक भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावा है।
उत्तर प्रदेश में भी हालत खराब
उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश हो रही है। बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर में एक दर्जन से ज्यादा बिजली उपकेंद्र जलमग्न हो गए, तो वहीं पीलीभीत में दर्जनों मोहल्लों में जलजमाव की स्थिति बन गई है। वनबसा बैराज से पानी छोड़ने के बाद कई गांवों से संपर्क कट गया है। बदायूं में गंगा नदी उफान पर है।
यूपी के इन स्थानों पर हुई सर्वाधिक बारिश
स्टेशन बारिश (सेमी में)
बलरामपुर 11
धौरहरा (खीरी) 11
कैसरगंज (बहराइच) 11
खीरी लखीमपुर (खीरी) 10
इकौना (श्रावस्ती) 9
मलिहाबाद (लखनऊ) 9
इकौना (श्रावस्ती) 9
फरेन्दा (महराजगंज) 9
बलिया (बलिया) 8
डुमेरियागंज (सिद्धार्थनगर) 8