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धर्म डेस्क: हिंदू धर्म में हर साल वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया का त्योहार बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर की विशेष पूजा की जाती है। इन दिन देवी-देवताओं के लिए विशेष तरह के व्यंजन तैयार किए जाते हैं। भोग के बिना पूजा अधूरी मानी जाती है। भोग पूजा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। इसलिए अक्षय तृतीया के दिन मां लक्ष्मी को कुछ खास चीजों का भोग जरूर लगाना चाहिए।
अक्षय तृतीया शुभ मुहूर्त
वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 10 मई 2024 को सुबह 4 बजकर 17 मिनट पर शुरू होगी और 11 मई 2024 को सुबह 2 बजकर 50 मिनट पर समाप्त होगी। इसके अलावा अक्षय तृतीया की पूजा का शुभ समय 10 मई को सुबह 5.33 बजे से दोपहर 12.18 बजे तक रहेगा।
अक्षय तृतीया पर लगाएं इन चीजों का भोग
अक्षय तृतीया की पूजा के समय देवी लक्ष्मी को सफेद रंग के बताशे चढ़ाएं। देवी लक्ष्मी को बताशा बहुत प्रिय है और उन्हें इसका भोग लगाने से वे प्रसन्न होती हैं।
मां लक्ष्मी को जल से संबंधित चीजें बहुत प्रिय हैं। ऐसे में अगर आपको अक्षय तृतीया के दिन कहीं सिंघाड़ा मिल जाए, तो उसे मां लक्ष्मी को जरूर चढ़ाएं। अन्यथा आप सिंघाड़े के आटे से मिष्ठान्न बनाकर भी उन्हें अर्पित कर सकते हैं।
मखाना भी पानी में उगने वाला फल है, इसलिए अक्षय तृतीया के अवसर पर इसे देवी लक्ष्मी को चढ़ाना चाहिए। इस फल को पूजा के लिए शुद्ध और पवित्र माना जाता है। अक्षय तृतीया पर इसे चढ़ाने से देवी मां अपने भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करती हैं। अक्षय तृतीया की पूजा के दौरान मां लक्ष्मी को मखाने से बनी खीर का भोग भी लगा सकते हैं।
धन की देवी माता लक्ष्मी को पान बहुत प्रिय है। अक्षय तृतीया के दिन पूजा समाप्त होने के बाद देवी लक्ष्मी को पान अर्पित करें। ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।