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भारत में लगातार साइबर क्राइम के मामले बढ़ता देख, सरकार और बैंकों की तरफ से आम लोगों को मोबाइल पर चेतावनी के मैसेज मिल रहे हैं. इस मैसेज के माध्यम से आम लोगों को बड़े स्तर पर हो रहे साइबर फ्रॉड (Cyber Fraud) के बारे में जागरूक किया जा रहा है. सरकार इस जागरूकता अभियान में नागरिकों को धोखाधड़ी वाले विज्ञापनों के बारे में सचेत कर रही है. इस संदेशों के जरिए सरकार बता रहा कि साइबर ठग कैसे आम लोगों के गैजेट्स को मैलवेयर यानी वायरस से संक्रमित कर रहे हैं. ऐसा करके ठग आम लोगों के बैंक खातों से आसानी रकम निकाल रहे हैं.
निशाने पर सोशल मीडिया यूजर्स
यूजर्स को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर तरह तरह के लुभावने विज्ञापन दिखाए जाते हैं. इनमें प्रमुख तौर पर शेयर बाजार, ट्रेडिंग, कम ब्याज दरों पर लोन सहित धोखाधड़ी वाले विज्ञापनों शामिल होते हैं. ऐसे में बहुत से लोग इन विज्ञापनों को देखकर इनके जाल में फंस जाते हैं और ठगी का शिकार बन जाते हैं. सरकार की ओर से भेजे गए चेतावनी एसएमएस में लोगों को बताया जा रहा है कि इस तरह के किसी भी विज्ञापन पर भरोसा न करें. साइबर क्रिमिनल्स इन दिनों ब्लैकमेलिंग के लिए नई तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं. वो डीपफेक वीडियो और फोटो का इस्तेमाल करके ठगी कर रहे हैं. इसके कई सारे मामले हालिया समय में सामने आए हैं. सचिन तेंदुलकर ने भी डीप फेक फ्रॉड को लेकर मुंबई साइबर पुलिस में अपनी शिकायत दर्ज कराई थी. उनका फोटो इस्तेमाल करके साइबर ठग लगातार लोगों को निशाना बना रहे थे.
AI टेक्नोलॉजी बनी मुसीबत
डीपफेक (DeepFake) एजेंसियों के लिए एक बड़ी चिंता का विषय बन गया है. खासकर जब एआई का इस्तेमाल तेजी से ठगी के लिए किया जा रहा है. एआई (Artificial Intelligence) के माध्यम से किसी की भी फोटो या वीडियो को मॉर्फ किया जा सकता है. यहां तक कि लोगों को धोखा देने के लिए उनकी आवाज को भी हूबहू कॉपी किया जा रहा है. बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार लोगों को सचेत करने के लिए पिछले कुछ दिनों में नागरिकों के मोबाइल नेटवर्क के जरिए एसएमएस पहुंचा रही है. सरकार के जरिए भेजे गए मैसेजेज में कहा गया है- “कभी भी लालच का शिकार मत बनो और घोटालेबाजों से सुरक्षित रहें.