चैत्र नवरात्र 2024: नवरात्रि में देवी मां को जरूर अर्पित करें उनके प्रिय फूल, पूरी होगी हर मनोकामना…

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Chaitra Navratri 2024: माता के भक्तों को नवरात्रि के नौ दिनों में माता के नौ रूपों को उनके प्रिय पुष्प अर्पित करने चाहिए। किस माता को कौन सा पुष्प आप अर्पित कर सकते हैं, आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं।

नवरात्रि के दौरान माता को प्रसन्न करने के लिए भक्त 9 दिनों तक व्रत रखते हैं और मां की उपासना करते हैं। माता को दिन के अनुसार भोग लगाए जाते हैं और साथ ही उनके प्रिय फूल भी अर्पित करते हैं। ऐसे में दोस्तों आज हम आपको बाताएंगे कि माता के अलग-अलग रूपों को कौन से फूल प्रिय हैं। ऐसा माना जाता है कि, अगर आप दिन के अनुसार माता को फूल अर्पित करते हैं तो आपको हर मनोकामना पूरी होती है।

शैलपुत्री: माता शैलपुत्री की पूजा नवरात्रि के पहले दिन की जाती है। इस दिन आपको पूजा के दौरान शैलपुत्री माता को गुड़हल के पुष्प अर्पित करने चाहिए। माता के आशीर्वाद से आपको धन-धान्य की प्राप्ति होती है।

ब्रह्मचारिणी: तप, वैराग्य, संयम का वर देने वाली माता ब्रह्मचारिणी को कमल और गुलदाउदी के पुष्प अतिप्रिय हैं। इसलिए नवरात्रि के दौरान दूसरे दिन की पूजा में आपको माता को ये फूल अर्पित करने चाहिए। इससे आपके जीवन में स्थिरता आती है।

चंद्रघंटा: माता चंद्रघंटा को सभी पापों से मुक्ति देने वाली माना जाता है। माता दुर्गा के इस रूप को प्रसन्न करने के लिए आपको नवरात्रि के तीसरे दिन माता को सफेद कमल या पीले गुलाब के फूल अर्पित करने चाहिए।

कुष्मांडा: नवरात्रि का चौथे दिन माता कुष्मांडा को समर्पित है। माता की पूजा में चमेली के फूल या पीले रंग के फूल आपको अर्पित करने चाहिए। माता की कृपा से आपको लंबी आयु और यश की प्राप्ति होती है।

स्कंदमाता: माता के इस रूप की पूजा नवरात्रि के पांचवे दिन की जाती है। इस दिन पूजा के दौरान आपको कमल का फूल माता को अर्पित करना चाहिए। मां की कृपा से आपकी मनोकमनाएं पूरी होती हैं।

कात्यायनी: माता कात्यायनी को गेंदे के फूल अतिप्रिय हैं। माता की पूजा करने से शुत्रों का नाश होता है। जो लोग सामाजिक स्तर पर या कार्यक्षेत्र में अपनी स्थिति को अच्छा करना चाहते हैं उन्हें माता की पूजा से लाभ मिल सकता है।

कालरात्रि: माता कालरात्रि की पूजा करने से भक्तों का तेज बढ़ता है। माता कालरात्रि को कृष्ण कमल या गुलदाउदी की फूल आप अर्पित कर सकते हैं। माता के इस रूप की पूजा करने से आपको भय से भी मुक्ति प्राप्त होती है।

महागौरी: नवरात्रि के आठवें दिन को बहुत अहम माना जाता है। इस दिन माता महागौरी की पूजा की जाती है, माता की पूजा के दौरान आपको मोगरे के फूल उन्हें अर्पित करने चाहिए। माता की कृपा से आपको समस्त सुखों की प्राप्ति होती है।

सिद्धिदात्री: नवरात्रि के अंतिम दिन माता सिद्धिदात्री की पूजा होती है, माता को समस्त सिद्धियां प्रदान करने वाली माना जाता है। माता की पूजा में आपको चंपा या कमल के पुष्प अवश्य अर्पित करने चाहिए।

 

 

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