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भोपाल: 10 अप्रैल और 13 अप्रैल को 2 अलग अलग ताकतवर पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के चलते 15 अप्रैल तक प्रदेश में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।इसके असर से सागर, शहडोल, जबलपुर, नर्मदापुरम, भोपाल, इंदौर, उज्जैन एवं ग्वालियर संभाग में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
एक के बाद एक सक्रिय हो रहे वेदर सिस्टम के चलते मध्य प्रदेश में 15 अप्रैल तक बारिश-आंधी के साथ ओले गिरने का अनुमान है। आज 3 दर्जन से ज्यादा जिलों में बादल छाने के साथ बारिश- आंधी और ओले गिरने की चेतावनी जारी की गई है। 10-11 और 13 अप्रैल को सक्रिय हो रहे दो पश्चिमी विक्षोभ का असर छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, मंडला और डिंडोरी में ज्यादा देखने को मिलेगा।
पश्चिमी विक्षोभ से बिगड़ा मौसम का मिजाज
मध्य प्रदेश में अप्रैल के महीने में पहली बार साइक्लोनिक सर्कुलेशन और वेस्टर्न डिस्टरबेंस की वजह से स्ट्रॉन्ग सिस्टम की एक्टिविटी है, जिसके कारण आंधी, बारिश, ओले और आकाशीय बिजली की गरज-चमक की स्थिति बनी है।बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से नमी आ रही है, जिसके असर से मंगलवार को सागर, शहडोल, जबलपुर, नर्मदापुरम, भोपाल, इंदौर, उज्जैन एवं ग्वालियर संभाग में बारिश का अलर्ट है। इस दौरान 40 से 50 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलने के साथ ओलावृष्टि की भी आशंका है।
आज इन जिलों में बारिश का अलर्ट
एमपी मौसम विभाग के मुताबिक, 9 अप्रैल को भोपाल, विदिशा, रायसेन और सीहोर में ऑरेंज अलर्ट और अलावा बैतूल-नर्मदापुरम में बारिश और ओलों का रेड अलर्ट जारी किया गया है।
रीवा, सीधी, सिंगरौली, अनूपपुर, डिंडोरी, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, नरसिंहपुर, दमोह, कटनी, बैतूल, नर्मदापुरम, सीहोर, रायसेन, शाजापुर, भोपाल, राजगढ़, आगर-मालवा, नीमच , रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, धार, उज्जैन, देवास, इंदौर, हरदा, खंडवा और बुरहानपुर जिलों में बारिश, आंधी-तूफान की प्रबल संभावना ।
बैतूल, अशोकनगर, छिंदवाड़ा, पचमढ़ी और सिवनी में मध्यम गरज के साथ बिजली/ओलावृष्टि (हवा की गति 65 किमी प्रति घंटे) होने की संभावना है।
शाजापुर, नर्मदापुरम, विदिशा/उदयगिरि, सागर, दमोह, रायसेन/सांची में बिजली के साथ हल्की गरज के साथ बारिश होने की संभावना है।
भोपाल/बैरागढ़_एपी, हरदा, पांढुर्ना, रीवा, मऊगंज, छतरपुर/खजुराहो, मैहर, सतना/चित्रकूट, कटनी, उमरिया, नरसिंहपुर, आगर, राजगढ़, नीमच और सीहोर जिले दोपहर के समय।
एक साथ कई सिस्टम सक्रिय
वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप बना हुआ है और उत्तराखंड में एक द्रोणिका बनी हुई है। इसके साथ ही ओडिशा से लेकर विदर्भ, कर्नाटक, तमिलनाडु और मराठवाड़ा होते हुए कोमरीन तक एक द्रोणिका और दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में एक चक्रवात बना हुआ है।इन मौसम प्रणालियों में बंगाल की खाड़ी में बना प्रति चक्रवात भी प्रमुख है, जिसके प्रभाव से वातावरण में नमी आ रही है । 10 अप्रैल और 13 अप्रैल को फिर नए पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होंगे जिससे बारिश की गतिविधियों में और तेजी आएगी, जिसके असर पूरे प्रदेश में दिखाई देगा।