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फिटकरी में एंटीबैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं, जो स्किन और बालों के लिए बहुत फायदेमंद माने जाते हैं। इसे रोजाना स्किन पर लगाने से चेहरे पर रंगत आती है। साथ ही चेहरे की झुर्रियों की परेशानी में भी राहत मिलती है। फिटकरी में अस्ट्रिन्जन्ट और हेमोस्टेटिक गुण पाए जाते हैं, जो घाव को भरने में मदद करते हैं। आइए जानते हैं फिटकरी से किन-किन समस्याओं से राहत मिल सकती है। आयुर्वेदाचार्य डॉ. सिद्धार्थ सिंह से जानते हैं फिटकरी के फायदे और नुकसान के बारे में-
फिटकरी क्या है?
आयुर्वेदाचार्य डॉ. सिद्धार्थ सिंह कहते हैं कि फिटकरी का रासायनिक नाम पोटेशियम एल्यूमीनियम सल्फेट है। यह क्रिस्टल की तरह होती है। फिटकरी को अंग्रेजी में एलम कहते हैं । फिटकरी औषधीय गुणों से भरपूर है। इसमें एंटीबायोटिक, एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटी इंफ्लेमेटरी और एस्ट्रिंजेंट गुण होते हैं। इन सभी गुणों की वजह से फिटकरी का उपयोग कई रोगों को दूर करने के लिए किया जाता है।
शरीर की दुर्गंध दूर करेदांत दर्द में राहत
मुंहासे, दाग-धब्बे से छुटकारा
यूटीआई के इलाज में फायदेमंद
बुखार, खांसी और अस्थमा में लाभकारी
चोट से राहत
चोट लगने पर फिटकरी लगाएं
छोटी- मोटी चोट लगते ही एकदम किसी को भी लेकर अस्पताल दौड़ा जाए। ऐसे में आप घाव या चोट पर कुछ भी करने की बजाय सबसे पहले उसे फिटकरी के पानी से धो लें। ऐसा करने से घाव से निकलने वाला खून बंद हो जाएगा। फिटकरी के पाउडर को भी घाव पर लगाया जा सकता है लेकिन फिटकरी के पानी से घाव को साफ करना बेहतर उपाय है।
पसीने की बदबू ख़त्म करे
बॉडी पर जमी गंदगी और पसीने की बदबू को ख़त्म करने के लिए फिटकरी के पानी से नहाना बहुत अच्छा है। जिन लोगों को ज्यादा पसीना आता है उनके लिए फिटकरी का इस्तेमाल फायदेमंद है। उन लोगों को नहाते वक्त पानी की बाल्टी में फिटकरी डालकर पानी से नहाना चाहिए। इससे पसीना आने की समस्या से निजात मिलता।
दांतों दर्द में फायदेमंद
माजूफल दांतों के दर्द में फायदेमंद होता है। इसके लिए आप माजूफल और फिटकरी का पानी तैयार कर लें। अब इस पानी से माउथ वॉश करें।माजूफल को बारीक पीसकर इसका मंजन भी बना सकते हैं। रोजाना माजूफल से ब्रश करने से आपको मुंह की दुर्गंध, दर्द से छुटकारा मिलता है। माजूफल और फिटकरी का पानी मुंह या जीभ के छालों का भी इलाज कर सकता है। इसके लिए आप माजूफल को धीरे-धीरे चबा भी सकते हैं। लेकिन मुंह में गंभीर अल्सर है, तो डॉक्टर से ही कंसल्ट करना बेहतर है।
मुहांसों से छुटकारा दिलाए
मुहांसों से छुटकारा पाने के लिए फिटकरी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आप माजूफल और फिटकरी के पानी को मुहांसों पर लगा सकते हैं। दरअसल, माजूफल में एस्ट्रिंजेंट होता है, जो स्किन में ऑयल के प्रोडक्ट को कम करता है। इससे चेहरे के ओपन पोर्स कम होते हैं, साथ ही मुहांसों से भी छुटकारा मिलता है।
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन ठीक करे
यूटीआई यानी यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन एक आम समस्या है। वजाइना में इचिंग, जलन और इरिटेशन यूटीआई के लक्षण हैं। फिटकरी यूटीआई के इलाज के लिए रामबणहै। इसके लिए आप गर्म पानी में माजूफल और फिटकरी को अच्छी तरह से उबाल लें। अब इस पानी से प्राइवेट पार्ट की सफाई करें। इससे इंफेक्शन को खत्म करने में मदद मिलेगी। वेजाइनल हाइजीन भी बनी रहेगी।
बुखार, खांसी और अस्थमा का इलाज करे
सूखी खांसी हो रही है तो फिटकरी का इस्तेमाल फायदेमंद है। फिटकरी के पानी से गरारे कर सकते हैं और साथ ही फिटकरी पर शहद लगाकर चाटने से भी खंसी मी आराम मिलेगा। फिटकरी का चूर्ण बनाकर शहद के साथ ले सकते हैं। इसके अलावा बुखार में भी फिटकरी कारगर है। बुखार आने पर फिटकरी के पानी से नहाने से बुखार छूमंतर हो जाता है। एक चुटकी फिटकरी का पाउडर लें, उसमें सौंठ को मिलाएं और बताशे के साथ इस मिश्रण का सेवन करें। दिन में दो बार इस उपाय को करने से धीरे- धीरे बॉडी टेम्प्रेचर कम होता है।
स्कैल्प की समस्याएं ठीक करे
स्कैल्प से जुड़ी परेशानी है, तो इसमें फिटकरी का इस्तेमाल किया जाता है। फिटकरी सिर के जुओं और गंदगी को हटाने में मदद करती है। इसके लिए आप फिटकरी के पानी से बालों और स्कैल्प की सफाई कर सकते हैं। फिटकरी का पानी डैंड्रफ, खुजली और जलन को भी शांत कर सकता है।
शेविंग के बाद क्यों लगाते हैं फिटकरी
फिटकरी में एंटी बैक्टीरियल तत्व होता है, जो बैक्टीरिया का सफाया करते हैं। दाढ़ी बनाने के बाद इसे चेहरे पर इस्तेमाल करने से इंफेक्शन नहीं होता। शेविंग के दौरान कटने पर खून को बंद किया जा सकता है, साथ ही यह चेहरे को सॉफ्ट भी बनाता है।
स्किन के लिए फायदेमंद-स्किन डिजीज से परेशान हैं, तो रोजाना फिटकरी के पानी से स्किन को साफ करें।
टॉन्सिल में फायदेमंद-टॉन्सिल में दर्द हो, तो गर्म पानी में चुटकी भर फिटकरी और नमक डालकर गरारे करें। इससे टॉन्सिल में होने वाले दर्द से आराम मिलेगा।
खून रोकने में फायदेमंद-दाढ़ी बनाते समय कट जाने पर खून निकलने लगे तो फिटकरी से स्किन पर तुरंत रगड़ लें। इससे खून आना बंद हो जाएगा।
हैजा में फायदेमंद-हैजा होने पर फिटकरी का चूर्ण पानी में मिलाकर घूंट-घूंट करके पिएं। इससे हैजा के मरीजों को आराम मिलता है।
स्किन को टाइट करने में फायदेमंद-दो ग्राम फिटकरी को 80 मिली पानी में घोलकर योनि को दिन में 2 से 3 बार धोने से योनि का ढीलापन ख़त्म हो जाता है।
फिटकरी के नुकसान
फिटकरी का इस्तेमाल यूनानी दवाओं में इलाज के लिए किया जाता है क्योंकि इसके गुण बांधने वाला, दर्द मिटाने वाला होमियोस्टैटिक, ज्वर हटाने वाला, डिटर्जेंट, संक्षारक, उत्तेजक और चिड़चिड़ाहट को दूर करने में मदद करते हैं। लेकिन जहां फिटकरी के फायदे हैं वहीं नुकसान भी हैं।
पोटेशियम एलम यानी फिटकरी स्किन को कमजोर करती है।
स्पर्म को प्रभावित करती है ।
कैंसर और अल्जाइमर का खतरा हो सकता है।
पेचिश का खतरा बढ़ जाता है।
यह त्वचा में चकते, लाली जैसी परेशानी को बढ़ा सकता है।
नाक-गले में जलन, फेफड़ों को प्रभावित करती है।
आंखें बुरी तरह प्रभावित हो सकती हैं।
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