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नई दिल्ली: राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने अगले साल से चार वर्षीय बीए-बीएड और बीएससी-बीएड पाठ्यक्रम बंद करने का फैसला किया है। इसके स्थान पर नया एकीकृत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम (आईटीईपी) लागू होगा।
राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने अगले साल से चार वर्षीय बीए-बीएड और बीएससी-बीएड पाठ्यक्रम बंद करने का फैसला किया है। इसके स्थान पर नया एकीकृत शिक्षक शिक्षा कार्यक्रम (आईटीईपी) लागू होगा। इसमें चार वर्षीय पाठ्यक्रम का पूरा सेलेबस बदल जाएगा। बीए और बीएससी के अलावा बीकॉम के छात्र भी बीएड कर पाएंगे। साथ ही आईटीईपी में सेमेस्टर सिस्टम भी लागू होगा। एनसीटीई ने नई शिक्षा नीति के अंतर्गत यह बदलाव किया है। केंद्र सरकार अब नई शिक्षा नीति के तहत नए शिक्षक तैयार करेगी।
एनसीटीई ने इस संबंध में पांच फरवरी को आम सूचना जारी की है। इसके अनुसार वर्तमान में चल रहे बीए बीएड और बीएससी बीएड पाठ्यक्रम का शैक्षणिक सत्र 2024-25 अंतिम वर्ष है। वर्ष 2025-26 से इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश नहीं होगा। वर्ष 2025-26 से आईटीईपी लागू होगा। शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों को एनसीटीई की वेबसाइट पर जाकर नए पाठ्यक्रम के लिए 5 मार्च तक ऑनलाइन आवेदन करना होगा।
अब बीकॉम-बीएड भी होगी
शिक्षाविद प्रो. डॉ. राजेन्द्र कुमार श्रीमाली ने बताया कि आईटीईपी में बीए-बीएड, बीएससी-बीएड के अलावा बीकॉम-बीएड को भी शामिल किया गया है। नया पाठ्यक्रम नई शिक्षा नीति : 2020 (एनईपी) और शिक्षक शिक्षा राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा 2021 के अनुसार संचालित होगा। साथ ही इस पाठ्यक्रम को एनईपी द्वारा जारी 5 3 3 4 के अंतर्गत संचालित विद्यालय पाठ्यक्रम को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।
2 वर्षीय बीएड चलती रहेगी
शिक्षाविद् प्रो. अशोक भार्गव ने बताया कि दो वर्षीय बीएड पाठ्यक्रम को बंद करने के लिए अभी कोई अधिसूचना जारी नही हुई है। दो वर्षीय पाठ्यक्रम अभी 2030 तक चलेगा, लेकिन 2030 के बाद विद्यालय में वही व्यक्ति शिक्षक बन सकेगा जिसने चार वर्षीय शिक्षक शिक्षा पाठ्यक्रम का प्रशिक्षण प्राप्त किया है।