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गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही, 5 फरवरी 2024/औषधीय पौधों की खेती और उनके लाभ के बारे में राजधानी रायपुर में आयोजित सेमिनार में जीपीएम जिले के 34 किसानों को प्रशिक्षण दिया गया। जीपीएम जिले में औषधीय पौधों की पर्याप्त उलब्धता और उत्पादन हेतु अनुकूल जलवायु होने के कारण कलेक्टर श्रीमती प्रियंका ऋषि महोबिया कि विशेष पहल पर जिले में औषधीय पौधों की खेती को बढ़ावा मिल रहा है। इसे लेकर किसानों एवं स्व सहायता समूह की महिलाओं ने काफी उत्साह है।
सेमिनार में जिले के किसानों को छत्तीसगढ़ स्थानीय स्वास्थ्य परंपरा एवं औषधि पादप बोर्ड के सीईओ जेएससीएस राव, क्वालिटी काउंसलिंग ऑफ इंडिया के मैनेजर एम जगाई, निदेशक मानव रचना सेंटर फॉर मेडिसिनल प्लांट पैथोलॉजी डॉ निधि डीडवानिया और मुख्य तकनीकी सलाहकार राष्ट्रीय औषधि पादप बोर्ड डॉ राजीव शर्मा द्वारा औषधि फसल की एक दिवसीय गैप प्रमाणीकरण के बारे में प्रस्तुतीकरण के जरिए विस्तार से जानकारी दी और उन्हे सेमिनार में शामिल होने का प्रमाण पत्र भी प्रदान किए। किसानों के गैप सर्टिफिकेशन होने के पश्चात जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही के किसानों के कृषि औषधि फसल 120 देश के प्रतिनिधि खरीद सकेंगे और किसानों को बाजार मूल्य से अधिक भाव मिलेगा जिससे उनका आर्थिक विकास होगा।