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दुर्ग, 22 दिसंबर 2023: आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों की सहायता के उद्देश्य से जिला अस्पताल दुर्ग में एक और पहल की गई। जिला अस्पताल दुर्ग में रोजाना 15 से 17 एवं मासिक आकड़े के अनुसार माह में लगभग 350 से 400 मरीज डायलिसिस के लिए आते है। डायलिसिस करवाने के सीबीटी, आरएफटी, एलएफटी और वाईरल मार्कर (एचसीवी, एचबीएसएजी, एचआईवी इत्यादि) की रिपोर्ट देखी जाती है। प्राइवेट अस्पतालों में यह जांच और डायलिसिस कराने पर हजारों रूपए खर्च होते है जो कि आर्थिक रूप से कमजोर व्यक्ति व परिवार के लिए एक अतिरिक्त भार है।
जिला प्रशासन की पहल से ऐसे मरीज जो किडनी खराब होने की समस्या से पीड़ित है एवं आर्थिक रूप से कमजोर है, उनके लिए निःशुल्क जांच एवं डायलिसिस की सुविधा दी जा रही है। वर्तमान में डायलिसिस हेतु आवश्यक उपकरणों सहित कुल 5 बेड की सुविधा उपलब्ध है। जिन मरीजों की किडनी खराब हो चुकी है, उन्हे यह सलाह दी जाती है कि वे निजी अस्पतालों में न जाकर जिला अस्पताल में ही निःशुल्क डायलिसिस करवायें।
अर्जुन नगर भिलाई में रहने वाले हितग्राही श्री आत्माराम साहू बताते है कि पहले वे अपने नेत्रहीन बेटे राकेश साहू का डायलिसिस निजी अस्पताल में कराते थे। जहां उन्हे इसके लिए 4-4.5 हजार रूपए खर्च करने पड़ते थे, परन्तु अब जिला अस्पताल में उन्हे इसकी निःशुल्क सेवा दी गई है। जिससे उन्हे बहुत राहत मिली है। आत्माराम बताते है कि अस्पताल में जांच से लेकर दवाइयों तक सभी चीजे निःशुल्क है एवं अस्पताल की अन्य सुविधाएं भी अच्छी है। इसके लिए उन्होंने कलेक्टर श्री पुष्पेंद्र कुमार मीणा एवं अस्पताल प्रबंधन का आभार जताया है।
इसके अलावा एक और मरीज सविता देवी जो कि सेक्टर-5 भिलाई में रहती है, उनकी बेटी कुमार ईशा ने भी जिला प्रशासन एवं संस्था को धन्यवाद देते हुए कहा कि वे आर्थिक रूप से इतने सक्षम नही है कि निजी अस्पताल में डायलिसिस करवा सके। यहां उन्हे निःशुल्क डायलिसिस व अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ साथ अस्पताल परिसर में कार्य करने वाले डॉक्टर्स व अन्य कर्मचारियों का व्यवहार भी बहुत अच्छा लगा।