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प्रदेश में काफी दिनों से में सर्दी सहित बारिश का कहर हैं कि निरंतर बढ़ता ही जा रहा हैं। वही अब हालात ये है कि लोगों को सुबह के समय भी अलाव या फिर बोर्न फायर का सपोर्ट लेना पड़ रहा है। यहां पिछले कई जिलों में चार दिन से हुई बूंदाबांदी के चलते माहौल में ठंड कुछ ज्यादा घुल सी गई हैं। जिसके चलते वर्षा ने अपना प्रचंड रूप दिखाना प्रारंभ कर दिया हैं।
यहां सर्दी से लोग इस तरह बेहाल हुए है कि कंपकंपाने वाली सर्दी के प्रारंभ के बाद ही आम जनजीवन अत्याधिक प्रभावशील हो रहा है। विशेषकर जो लोग अपने अपने घरों से दूर और कुछ जो बिना आवास के है तो कुछ झोपड़ियों में निवास करने वाले हैं। उनके लिए ये ठिठुरन एक प्रकार की मुसीबत बन गई हैं। इसके साथ ही राहगीरों और पर्यटकों के लिए भी अकस्मात सर्दी में हुई वृद्धि ने काफी हद तक सबके लिए कठिनाइयां बढ़ा दी है।
मौसम ने फिर ली अंगड़ाई
इधर प्रदेश में एक बार पुनः मौसम ने अंगड़ाई ले ली है। जिसके चलते कई दिनों से निरंतर वृष्टि हो रही हैं। जहां प्रदेश के पारे में काफी ज्यादा मंदी देखने को मिल रही है। यहां मौसम कार्यालय के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के चलते आगामी दिनों में विकराल रूप से वर्षा हो सकती है। मौसम कार्यालय ने दोनों राज्यों के लिए मिचौंग तूफान (Michong Storm) के तूफानी प्रभाव के विषय में भी चेतावनी जारी कर दी है।
मध्यप्रदेश के मौसम का मिजाज
यहां MP के कई शहरों में शीतलहर के साथ ही दृश्यता गिर गई है, जिसके परिणामस्वरूप रोड़ पर आवागमन और ऊंची उड़ानों पर काफी गहरा असर पड़ सकता है। मौसम कार्यालय ने आने वाले दिनों में वृष्टि के संकेत भी जता दिए है। इसी के साथ आज भी विख्यात रूप से बादलों का आवागमन साफ साफ देखा जाएगा।
7 दिसंबर के बाद होगी शीतलहर में वृद्धि
मौसम कार्यालय के अनुसार 7 दिसंबर के बाद से तूफानी सर्दी पड़ने के आसार जताए गए हैं। जहां दिन और अर्द्ध रात्रि के वक्त धुंध और काले मेघ छाए रहे सकते है। जहां आगामी कुछ ही दिन बचे हैं। जब प्रदेश के कई जिलों में घना फॉग देखने को मिल सकता है। इसमें जबलपुर, कटनी उमरिया,नरसिंहपुर, सागर, दमोह, भोपाल, रतलाम, इंदौर, देवास, उज्जैन, आगर-मालवा, गुना, अशोक नगर, दतिया भी मौजूद हैं। इसके अतरिक्त प्रदेश के कई जिलों में वृष्टि भी हो सकती है।
मौसम विभाग के अनुरूप अरब सागर से मिल रहा भारी भरकम प्रेशर के वजह से मौसम का रुख बदलेगा। इधर अरब सागर में हवा के ऊपरी हिस्सों में साइक्लोनिक परिसंचरण का निर्माण हो रहा जिसके दौरान आज प्रदेश के कई जिलों में बदरा डेरा डाले रहेंगे। जिस पर परिवर्तित वातावरण के दौरान दिन और रात्रि के पारे में कमी रिकॉर्ड की गई हैं। जहां प्रदेश में सर्वाधिक पारा 31.1 डिग्री सेल्सियस खरगोन और कम से कम टेंपरेचर 10.5 डिग्री सेल्सियस ग्वालियर में रिकॉर्ड किया गया हैं।
इन जिलों में बरसेगी आसमानी आफत
आपको बता दें कि नर्मदापुरम, बैतूल, गुना, डिंडौरी, मंडला, छिंदवाड़ा और दमोह में ऑरेंज अलर्ट की चेतावनी जारी कर दी गई हैं। यहां ओलावृष्टि के साथ काफी तीव्र पवन चल सकती है। जिसके निर्माण से भोपाल, जबलपुर, इंदौर सहित 39 जिलों में येलो अलर्ट की भविष्यवाणी जारी कर दी गई हैं। यहां तेज शीतलहर के साथ ही छिटपुट वर्षा के संकेत जताए गए हैं।