raipur@khabarwala.news
इंदौर। चीन में फैल रहे इन्फ्लूएंजा, माइकोप्लाज्मा वायरस को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने सभी राज्यों को इससे बचाव के लिए एडवाइजरी जारी की है, जिससे इस वायरस से लोगों को बचाया जा सके। इसमें जिले को भी कोविड की गाइडलाइन का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं, लेकिन इंदौर के स्वास्थ्य विभाग ने इसे लेकर अभी कोई योजना तक बनाना शुरू नहीं किया है।
जिम्मेदार अधिकारियों का कहना है कि अभी भोपाल से हमारे पास कोई निर्देश इसे लेकर नहीं आए हैं, जबकि शहर में आबादी अधिक होने के कारण कोरोना का भी अधिक प्रकोप देखा गया था। इसमें कई लोगों की मौत हो चुकी है।
एडवाइजरी में बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने चीन में उभरती सार्वजनिक स्वास्थ्य स्थिति के मद्देनजर श्वसन संबंधी बीमारियों के खिलाफ तैयारियों के उपायों की सक्रिय समीक्षा करने का निर्णय लिया है। इसके लिए राज्यों के सार्वजनिक स्वास्थ्य और अस्पताल तैयारी उपायों की तुरंत समीक्षा करना है। साथ ही कोरोना की तरह रणनीति बनाकर काम करना है। वहीं जिलों को भी अस्पताल की व्यवस्था पर बारीकी से निगरानी रखना है।
सार्वजनिक स्वास्थ्य और अस्पताल की तैयारी के उपायों की तुरंत करना है। एचआर, अस्पताल के बिस्तर, इन्फ्लूएंजा के लिए दवाएं और टीके, चिकित्सा आक्सीजन, एंटीबायोटिक्स, व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण, परीक्षण किट आदि उपलब्धता भी सुनिश्चित करना है, लेकिन जिम्मेदार अभी उपकरणों की उपलब्धा पर भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। इस वायरस के फैलने का बड़ा कारण निमोनिया भी है। अभी शहर में बड़ी संख्या में बच्चे इसकी चपेट में आ रहे हैं।
बच्चों और किशोरों पर विशेष ध्यान की आवश्यकता
इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी वाले श्वसन रोगजनकों पर निगरानी रखने की आवश्यकता है। जिला और राज्य निगरानी इकाइयों द्वारा विशेष रूप से बच्चों और किशोरों में आइएलआइ-एसएआरआइ के मामलों की बारीकी से निगरानी की जानी चाहिए। इसके लिए डाटा भी मेडिकल कालेज अस्पतालों सहित सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थानों से पोर्टल पर अपलोड किया जाना है।
अभी हमारे पास बचाव के लिए कोई भी निर्देश नहीं आए हैं। भोपाल से निर्देश आने के बाद हम तैयारियां शुरू करेंगे।