raipur@khabarwala.news
पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों का आखिरी चरण 30 नवंबर को है जब तेलंगाना की सभी 119 सीटों पर मतदान होगा। तेलंगाना में मतदान खत्म होने का इंतजार मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और मिजोरम में भी किया जा रहा है। कारण – इसके तत्काल बाद एग्जिट पोल (Exit Poll 2023) जारी किए जाएंगे। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh Exit Poll 2023), छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh Exit Poll 2023) और राजस्थान (Rajasthan Exit Poll 2023) के ये एग्जिट पोल एक अंदाजा देंगे कि चुनाव परिणाम कैसे हो सकते हैं? वहीं असली नतीजे मतगणना वाले दिन यानी 3 दिसंबर, रविवार को जारी होंगे।
कांग्रेस का दावा, राजस्थान में फिर बनेगी सरकार
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा बोले- इस बार राजस्थान का चुनाव राजस्थान के सुशासन पर था। बजट और शुरू की गई प्रमुख योजनाओं पर था। यह न केवल राजस्थान में, बल्कि पूरे भारत में चर्चा का विषय था। बीजेपी अंदरूनी कलह से गुजर रही थी और उन्होंने राजस्थान की जनता से जुड़ी कोई चिंता नहीं उठाई। इसलिए कांग्रेस के पक्ष में वोटिंग हुई है। कांग्रेस दोबारा सत्ता में आएगी।’
टाइम्स नाउ-सीवोटर एग्जिट पोल ने 2018 विधानसभा चुनावों के बाद अपने एग्जिट पोल में अनुमान लगाया था कि राजस्थान चुनाव में जिन 199 सीटों पर मतदान हुआ है, उनमें से कांग्रेस को 108, बीजेपी को 81, बीएसपी को एक और अन्य को नौ सीटें मिलने की उम्मीद है। विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 100 था।
भारत में निजी कंपनियों द्वारा एग्जिट पोल सर्वे किया जाता है। मतदान करने के बाद लोगों का मत जाना जाता है और इस आधार पर सैंपल सर्वे तैयार किया जाता है। चुनाव आयोग की गाइडलाइन का पालन करते हुए इसे जारी किया जाता है। एग्जिट पोल एक अनुमान मिलता है कि चुनाव परिणाम कैसा हो सकता है। एग्जिट पोल हमेशा सही हो, यह बिल्कुल जरूरी नहीं है।
कितनी बजे से शुरू होंगे एग्जिट पोल
पांच राज्यों में चुनाव की तारीखों का ऐलान करते समय चुनाव आयोग ने अक्टूबर में जारी अपने नोटिस में कहा था कि 7 नवंबर 2023 को सुबह 7:00 बजे से 30 नवंबर 2023 को शाम 6:30 बजे तक एग्जिट पोल पर रोक रहेगी। इसका मतलब यह हुआ कि 30 नवंबर को शाम 6.30 बजे बाद ही टीवी चैनलों पर एग्जिट पोल जारी किए जाएंगे।
राजस्थान में विधानसभा की कुल 200 सीट है, लेकिन एक सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी के निधन के कारण इस बार 199 सीटों पर मतदान हुआ है। इस तरह यहां बहुमत का आंकड़ा 100 सीट है। मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच है। राजस्थान में हर पांच साल में सत्ता बदलने का रिवाज है। देखना यही है कि इस बार राज बदलता है या रिवाज।