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नई दिल्ली : भारत में सूर्य ग्रहण को लेकर कई मान्यताएं हैं. वैज्ञानिक सूर्य ग्रहण को खगोलीय घटना कहते हैं तो ज्योतिष शास्त्र में इसके कई मायने होते हैं. इस साल का पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल को बीत चुका है. साल में दूसरा सूर्य ग्रहण भी लगने वाला है. आइये आपको बताते हैं अगले सूर्य ग्रहण के समय और इससे जुड़ी हर जरूरी बातों के बारे में.
साल का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर को लगेगा. ज्योतिषों के मुताबिक यह सूर्य ग्रहण कंकणाकृत सूर्य ग्रहण होने वाला है. सूर्य ग्रहण अश्विन माह में लगेगा और तिथि की बात करें तो यह अमावस्या तिथि होगी.
आगे बढ़ने से पहले ये बता दें कि साल 2023 में अब तक दो ग्रहण लग चुके हैं. एक चंद्र ग्रहण और एक सूर्य ग्रहण समाप्त हो चुका है. आने वाले दिनों में साल के अंत से पहले दो ग्रहण और लगेंगें, एक चंद्र ग्रहण और एक सूर्य ग्रहण. हिंदू पंचांग में बताया गया है कि अगला सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर 2023 को लगेगा और इस दिन शनिवार होगा. इसका समय रात के 8 बजकर 34 मिनट होगा. सूर्य ग्रहण का असर लगभग 6 घंटे से ज्यादा समय तक दिखेगा. यह मध्य रात्रि 2:25 पर खत्म होगा. जरूरी बात यह कि यह सूर्य ग्रहण अश्विन मास की अमावस्या में कन्या राशि और चित्रा नक्षत्र में लगेगा.
कहां दिखेगा अगला सूर्य ग्रहण?
ब्राजील, पराग्वे, जमैका, हैती, पेरू, उरुग्वे, इक्वाडोर, वेनेजुएला, अमेरिका, चिली, डोमिनिका, बहामास, निकारागुआ, ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड, कनाडा, ग्वाटेमाला, अर्जेंटीना, कोलंबिया, मैक्सिको, क्यूबा, बारबाडोस, एंटीगुआ.
कंकणाकृति सूर्यग्रहण
अक्टूबर माह में लगने वाला अगला सूर्य ग्रहण कंकणाकृत सूर्यग्रहण होगा. आइये आपको बताते हैं इसे कंकणाकृत सूर्य ग्रहण क्यों कहते हैं. इस सूर्य ग्रहण में चंद्रमा सूर्य के बीचों-बीच आ जाता है. सूर्य ग्रहण के दौरान रिंग की तरह आकृति बनती है. इसे वलयाकार सूर्यग्रहण भी कहते हैं.
ग्रहण के दौरान इन कामों से बचें
ग्रहण को खुली आंखों से नहीं देखें.
सूतक काल में देवी-देवता की मूर्ति को न छुएं.
ग्रहण काल में किसी भी चीज का सेवन न करें.
नाखून और बाल काटने से भी बचना चाहिए.
गर्भवती महिलाएं धारदार चीजों का इस्तेमाल न करें.
मंत्र और भजन का जाप करें.