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कुनकुरी : 6 सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका संघ का मोहब्बत की दुकान से बिना खाए वापस लौटते सिर्फ मोहब्बत की दुकान की चर्चा जिले भर में तेजी से हो रही है बल्कि लोगों के द्वारा इसकी आलोचना करते हुवे इसे राजनीतिक फायदे के लिए राजनीतिक स्टंट भी करार दिया जा रहा है।
ज्ञात हो की रविवार को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका संघ के बैनर तले कुनकुरी में भारी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका 6 सूत्रीय मांग को लेकर विधायक कार्यालय पहुंचे थे।यहां उनके द्वारा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम विधायक के माध्यम से पोस्टकार्ड भेजने का अभियान चलाया गया।लेकिन विधायक के मौजूद नहीं रहने पर संघ के द्वारा प्रशासन को ज्ञापन सौंपा।जिसके बाद संसदीय सचिव के समर्थकों व कार्यकर्ताओं के द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं के लिए मोहब्बत का दुकान लगाया गया जिसमें मीठा,बिस्किट व पानी सहित स्वल्पाहार का व्यवस्था किया गया।लेकिन इस स्वल्पाहार को लेने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका संघ ने मना करते हुवे इसका विरोध किया फलस्वरूप मौके पर ही विवाद की स्थिति निर्मित हो गई।आंदोलनरत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका संघ ने इस व्यवस्था का पुरजोर विरोध करते हुवे इसे राजनीतिक स्टंट बताया और आरोप लगाया की मोहब्बत की दुकान लगा इसका राजनीतिक फायदा उठाने संसदीय सचिव प्रयासरत है।आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिका संघ ने आवाज बुलंद करते हुवे यहां कहा कि यदि संसदीय सचिव व विधायक यूडी मिंज को संघ की इतनी ज्यादा चिंता है तो वे उनकी 6 सूत्रीय मांगों को पूरा करने अपना अतुल्य योगदान दें।संसदीय सचिव अपने प्रयास से आंदोलन को सफल बना सभी मांगों को पूरा कराये उनकी बहनें मांगों को पूरा होते ही स्वल्पाहार के साथ साथ भोजन भी जरूर करेंगी।लेकिन जब तक मांगें पूरी नहीं होती है वे राजनीतिक दलों का अन्न व जल ग्रहण भी नहीं करेंगी चाहे भूखे पेट उनकी जानें की क्यों न चली जाएं।ये आंदोलन उनके हक व अधिकार का है जिसको पूरा कराने वे सर पर कफ़न बांध वचनबद्ध हो चुकी हैं।यह अनिश्चितकालीन आंदोलन अब तभी खत्म होगा जब उनकी मांगों सरकार पूरी करती है।