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रायपुर। वर्कऑर्डर के बाद काम निरस्त करने के मामले में नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव डहरिया घिर गए। भाजपा विधायक जांच की मांग करते रहे। विधानसभा स्पीकर डॉ. चरणदास महंत ने आसंदी से कहा कि मंत्री दिखवा लेंगे, कह रहे हैं, यह आश्वासन में आता है। हालांकि विपक्ष के विधायक जवाब से संतुष्ट नहीं हुए। धमतरी की विधायक रंजना साहू ने धमतरी नगर निगम के अंतर्गत 2020-21 में सुंदरगंज वार्ड में एनएच 30 से श्याम खाटू मंदिर तक सीसी रोड निर्माण कार्य के लिए टेंडर और वर्कऑर्डर होने के बाद काम निरस्त करने का मामला उठाया। मंत्री ने अपने जवाब में स्वीकार किया कि टेंडर और वर्कऑर्डर के बाद काम निरस्त किया गया है। इस पर विधायक ने पूछा कि निरस्त करने की वजह क्या थी? मंत्री ने बताया कि टेंडर और वर्कऑर्डर के बाद जांच में प्रस्तावित सड़क निजी स्वामित्व की जमीन और अवैध प्लॉटिंग क्षेत्र के अंतर्गत पाए जाने के कारण 22 दिसंबर 2021 को निरस्त किया गया।
इसे लेकर रंजना साहू ने कहा कि जब वर्कऑर्डर जारी हो चुका था, फिर कैसे निरस्त किया गया? क्या इस मामले में संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करेंगे या वसूली करेंगे। विधायक अजय चंद्राकर और बृजमोहन अग्रवाल ने भी मामले को गंभीर बताते हुए जांच की मांग की। इस मुद्दे पर करीब 20 मिनट तक चर्चा चलती रही, लेकिन मंत्री की ओर से जांच कराने का आश्वासन नहीं आया तो स्पीकर डॉ. महंत ने भी आसंदी से मंत्री को जांच कराने के लिए कहा गया। हालांकि मंत्री जांच कराने के लिए सहमत नहीं हुए।