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बिलासपुर। बिलासपुर पहुंची वंदे भारत ट्रेन के रैक की सुबह कोचिंग डिपो में जांच की गई तो उसके दो कोच के दो खिड़कियों के शीशे टूटे मिले। चेन्नई से बिलासपुर के बीच किसी स्थान पर इस ट्रेन पर पथराव किया गया जिसके निशान कोच में दिख रहे हैं। यह कहां पर हुआ किसी को पता नहीं। वंदे भारत ट्रेन की नई रैक इस्तेमाल होने से पहले ही खंडित हो गई है। ट्रेन के दो कोच के दो खिड़की के शीशे चटखे हुए हैं। शीशे को इस तरह से चटखना पथराव की वजह से होता है। इस ट्रेन की रैक में भी चेन्नई से बिलासपुर आते समय कहीं पर पथराव किया गया है लेकिन इसकी भनक ट्रेन में सफर कर रहे लोगों को पता ही नहीं चला।
देश की सबसे तेज चलने वाली वंदे भारत ट्रेन छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए 11 दिसंबर को शुरू होगी। #VandeBharatTrain @RailMinIndia pic.twitter.com/Pwpch2VFUl
— Somesh Patel🇮🇳 (@SomeshPatel_) December 8, 2022
चेन्नई से जब यह ट्रेन बिलासपुर के चली तब इसमें एक लोको पायलट, एक सहायक लोको पायलट, ट्रेन मैनेजर के साथ-साथ रेल कोच फैक्ट्री चेन्नई के इंजीनियर्स व टेक्नीशियनों की 14 सदस्यीय टीम थी। ये सभी लोग इंजन के बाद दो कोच में मौजूद थे। शेष कोच बंद थे। बिलासपुर आते समय हुए पथराव से जिस कोच में के शीेशे टूटे हैं वह 11वें व 12वें नंबर का कोच है। इसके बारे में किसी को कुछ पता ही नहीं चल पाया।