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रायपुर: छत्तीसगढ़ में केंद्रीय जांच एजेंसियां लगातार अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही हैं । बुधवार को तड़के प्रदेश की राजधानी रायपुर समेत रायगढ़ और कोरबा जिले में कोयला कारोबार से जुड़े लोगों के ठिकानों पर आयकर विभाग की टीम छापेमार कार्रवाई की हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक एक दिन पूर्व ही 50 से अधिक अधिकारियों की टीम छत्तीसगढ़ पहुंची थी।
बताया जा रहा है कि रायगढ़ जिले में एआर समूह ग्रुप के मालिक संजय अग्रवाल के ठिकानों पर आयकर की टीम अपनी जांच कर रही है,वहीं इसी शहर के गजानंद नगर इलाके में रहने वाले कोयला कारोबारी राकेश शर्मा के ठिकानों पर भी कार्रवाई जारी है। रायपुर में लॉ विस्टा सोसायटी में रामगोपाल अग्रवाल समेत कई कोयला कारोबारियों के घर में आयकर टीम दस्तावेज तलाश रही है।
ज्ञात हो कि एनआर इस्पात के मालिक संजय अग्रवाल ने बीते दिनों छत्तीसगढ़ सरकार से 5000 करोड़ रुपए का MoU साइन किया था। इसके अलावा उन्होंने बीते दिनों 2000 करोड़ रुपए की लागत से 2 साल में अपने प्लांट का एक्सटेंशन कराया था। यह भी जानना जरुरी है कि आयकर के छापे से ठीक एक महीने पहले छत्तीसगढ़ के रायगढ़, रायपुर, बिलासपुर, कोरबा और महासमुंद जिले में प्रवर्त्तन निदेशालय यानी ईडी छापा मारकर छत्तीसगढ़ सरकार के कई आला अफसरों और कांग्रेस पार्टी से जुड़े कोयला करोबारियों के घर छापेमारी की थी।
वही इस मामले में भाजपा की तरफ से भी प्रतिक्रिया सामने आई है। आयकर छापे के बाद भाजपा प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास ने अपने एक बयान में कहा कि केंद्रीय एजेंसियों की दबिश से यह बात साफ़ हो चुकी है कि कांग्रेस सरकार के भ्रष्टाचार का घड़ा फूट चुका हैं। केंद्रीय एजेंसियों को पास सरकार में हो रहे भ्रष्टचार के इनपुट हैं,आने वाले समय बड़ी मछलियों के फंसने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। श्रीवास ने कहा कि पहले भी भ्रष्ट अधिकारी ईडी की कार्रवाई में बेनकाब हो चुके हैं,आगे भी कई अफसर केंद्रीय जांच एजेंसियों की जद में आएंगे। गौरतलब है कि सीएम भूपेश बघेल समेत छत्तीसगढ़ कांग्रेस के लगभग सभी बड़े नेता केंद्रीय जांच एजेंसियों की कार्रवाइयों को विपक्ष के खिलाफ साजिश बता चुके हैं।