www.khabarwala.news
raipur@khabarwala.news
मनेन्द्रगढ-चिरमिरी-भरतपुर :15 सितम्बर 2022/मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना के तहत जिला मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर के 23 हाट बाज़ारों में स्वास्थ्य सुविधाओं से युक्त मोबाइल मेडिकल यूनिट पहुंच रही है। दूरस्थ ग्रामीण अंचलों में अस्पताल वाली गाड़ी लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। इन अंचलों में हाट बाजार क्लीनिक की पहुंच से लोगों के जीवन में बड़ा बदलाव आया है। चलित अस्पताल के रूप में मोबाइल मेडिकल यूनिट सर्व सुविधाओं के साथ लोगों तक स्वयं पहुंच रही है।
विकासखण्ड भरतपुर में आयोजित हाट बाजार क्लीनिक में चक्कर, घबराहट तथा हाथ पैर में दर्द की समस्या लेकर पहुंची 60 वर्षीय तेरसिया बाई बताती हैं कि लंबे समय से मुझे यह समस्या थी। जब अस्पताल वाली गाड़ी के बारे में मुझे पता चला तो मैंने भी जांच करवाया, चिकित्सकों ने शुगर, बीपी, हीमोग्लोबिन टेस्ट किया। जांच में हाई बीपी की समस्या सामने आयी जिसके बाद मुझे निःशुल्क दवाइयां दीं गई, मैंने नियमित दवाइयों का सेवन किया और आज मुझे काफी राहत मिला है। तेरसिया कहती हैं कि शासन की यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण योजना है, उन्होंने योजना के लिए शासन का धन्यवाद दिया।
’23 हाट बाज़ारों में 4 डेडिकेटेड वाहनों के जरिये निःशुल्क जांच, इलाज तथा दवाईयों का मिल रहा लोगों को लाभ’
जिला मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में वर्तमान में संचालित 23 हाट बाज़ार क्लीनिक में 4 डेडिकेटेड वाहन के माध्यम से लोगों को निःशुल्क जांच, इलाज तथा दवाईयों का लाभ मिल रहा है। यहां बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहें हैं, विगत एक सप्ताह में कुल 1 हजार 991 लोगों ने स्वास्थ्य जांच करवाया तथा 1 हजार 984 लोगों को निःशुल्क दवाइयां दी गईं। विकासखण्ड भरतपुर में संचालित 08 हाट बाज़ारों में 720 मरीजों को निःशुल्क जांच एवं दवाइयों का लाभ मिला, वहीं विकासखण्ड खड़गवां के 07 हाट बाज़ारों में 625 लोगों तथा विकासखण्ड मनेन्द्रगढ़ के 08 हाट बाज़ारों में कुल 646 लोगों ने जांच करवाया और 639 ने दवाइयां लीं। हाट बाज़ार क्लीनिक की साप्ताहिक औसत ओपीडी 87 है।
मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक में प्रत्येक सप्ताह नेत्र सहायक के द्वारा नेत्र परीक्षण कर उपचार की सुविधा भी दी जा रही है। साथ ही दंत चिकित्सक द्वारा दांतों से संबंधित बीमारी की भी जांच की जाती है। मरीजों को निःशुल्क दवा वितरण के साथ ही गंभीर मरीज को उचित इलाज के लिए उच्च संस्था रिफर भी किया जा रहा है।