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कोण्डागांव 22 जुलाई 2022: शुक्रवार को कलेक्टर दीपक सोनी सपत्नीक जिला मुख्यालय स्थित शिल्पग्राम पहुंचे। जहां उन्होंने जिले के शिल्पकारों से मुलाकात करते हुए शिल्पनगरी का मुआयना किया। इस अवसर पर उन्होंने शिल्पनगरी की कार्यशाला में बेलमेटल की कलाकृतियां बना रहे कलाकारों से मुलाकात कर बेलमेटल द्वारा कृतियों के निर्माण के संबध्ंा में चर्चा करते हुए आये स्थानीय कलाकारों से भी कोण्डागांव में हस्तशिल्प कलाओं के विकास हेतु विभिन्न तरीकों पर चर्चा की।
इस दौरान उन्होंने कहा कि कोण्डागांव की शिल्प कलाएं देश ही नहीं अपितु विदेशों में भी प्रसिद्ध है। कोण्डागांव की पहचान आज इन्हीं शिल्पकलाओं से की जाती है। इसे जीवंत बनाये रखने एवं इसके माध्यम से कलाकारों को उचित आय दिलाने के लिए इन कलाकृतियों को स्थानीय कलाकार उत्पाद संस्था के माध्यम से इसका निर्माण एवं मार्केटिंग कर बिचौलियों से बचाते हुए उचित बाजारों में सीधे पहुंचाकर लाभ अर्जित करने को कहा। इसके लिए प्रशासन द्वारा शिल्पकलाओं के क्षेत्र में कार्यरत् संस्थाओं जैसे जयपुर की आईआईटीसी, खैरागढ़ की संगीत कला विश्व विद्यालय, नीति आयोग, आईआईएम रायपुर आदि से तथा मार्केटिंग एवं विक्रय करने वाली बड़ी संस्थाओं जैसे अमेरिका की नाचा, ट्राइब इंडिया आदि से लिंक कराकर अनुबंध द्वारा इन उत्पादों को बेहतर बाजार उपलब्ध कराने का प्रयास किया जायेगा।
इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि शिल्प के क्षेत्र में बने स्थानीय एपीओ के लिए सिस्टम विकसित कर उसे स्वचलित मॉड्यूल के रूप में बनाया जाना आवश्यक है ताकि उत्पादों की गुणवत्ता, उत्पादन, पैकेजिंग, मार्केटिंग एवं डिस्ट्रीब्यूशन को एक मानक के अनुसार करते हुए खरीददारों में इसकी विश्वसनीयता स्थापित की जा सके। इसके लिए एक समिति बनाकर मानकीकरण का कार्य किया जाये तथा बाजार में मांग विकसित कर लोगों को यहां की कला से रूबरू कराते हुए पर्यटकों को आकर्षित करने हेतु शिल्पनगरी में ही प्रदर्शनी का आयोजन किया जायेगा। उन्होंने एपीओ की सफलता के लिए अगली पीढ़ी को तैयार करने हेतु डिजाईनिंग एवं मार्केटिंग से जुड़े कलाकारों के वंशजों को जोड़कर उन्हें भी रोजगार मुहैया कराने को कहा। इसके अलावा उन्होंने शिल्पनगरी स्थित शबरी एम्पोरियम का भी अवलोकन किया।