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रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने मीडिया से चर्चा में कहा कि बीजेपी इस मानसून सत्र में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगी. नेता प्रतिपक्ष ने कहा, ’’राज्य में कांग्रेस की सरकार को तीन वर्ष हो चुके हैं और सरकार ने जनता से केवल वादाखिलाफी किया है. कांग्रेस ने चुनाव के दौरान राज्य में पूर्ण शराबबंदी, किसानों को बोनस, युवाओं को बेरोजगारी भत्ता और रोजगार का वादा किया था, लेकिन इनमें से कोई भी वादा पूरा नहीं किया। सरकार अब जनता का विश्वास खो चुकी है.’’
कौशिक ने बीते मंगलवार को मीडिया से चर्चा में कहा, ’’विधानसभा सत्र कल से प्रारंभ हो रहा है. इस सत्र में कुल छह कार्य दिवस है. इस छह कार्य दिवस में सरकार का कार्य भी है. उसके साथ अनुपूरक बजट भी आएगा. जितना भी समय है उसमें हम लोगों का पूरा प्रयास होगा कि प्रत्येक दिन छत्तीसगढ़ के जनहित के जो मुद्दे हैं, लोगों की जो भावनाएं है, लोगों की जो अपेक्षाएं है और राज्य की जो समस्याएं है उसे हम प्रश्न के माध्यम से, ध्यानाकर्षण के माध्यम से, स्थगन के माध्यम से तथा अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से उठाने का प्रयास करेंगे.’’
कौशिक ने कहा, ’’आज मुख्य रूप से किसानों को खाद, बीज की समस्या है. राज्य में कानून व्यवस्था की बदहाल स्थिति है. जिस प्रकार से सरकार चल रही है और संवैधानिक संकट की स्थिति है तथा भ्रष्टाचार है, हम पूरा प्रयास करेंगे कि हम विधानसभा के एक-एक दिन, एक-एक घंटे और एक-एक मिनट का उपयोग करें.’’ उन्होंने कहा कि राज्य में जनहित में जो भी हो सकता है वह सारे मुद्दे उठाए जाएंगे, उसका जवाब चाहेंगे. उनका कहना था कि जिस प्रकार से लगातार अनाचार की घटनाएं हो रही है, नशे के कारोबार और युवा वर्ग नशे का शिकार हो गया है, प्रदेश की जनता कराह रही है, हम पूरा प्रयास करेंगे कि सारे मुद्दे आए.
कांग्रेस ने भी की तैयारी
इधर सत्ताधारी दल कांग्रेस ने भी विधानसभा के मानसून सत्र की तैयारी कर ली है. पार्टी के एक वरिष्ठ नेता कहा कि विपक्ष के सभी आरोपों को जवाब दिया जाएगा. कांग्रेस विधायक कुलदीप जुनेजा ने कहा कि भाजपा विपक्षी धर्म का पालन कर रही है, इसलिए वह अविश्वास प्रस्ताव ला रही है, लेकिन वह विधानसभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष की संख्या से परिचित है. जुनेजा ने कहा, ’’उम्मीद है कि विपक्ष मुद्दे के आधार पर अपनी बात रखेगा तथा सरकार उसका जवाब देगी लेकिन यदि केवल हंगामा करना ही उनका मकसद है तब कुछ नहीं कहा जा सकता है.’’ बता दें कि छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र बुधवार 20 जुलाई से शुरू होकर 27 जुलाई तक तय किया गया है. राज्य में वरिष्ठ मंत्री टीएस सिंहदेव के एक विभाग से इस्तीफा देने और उससे उपजे राजनीतिक हालात के बाद इस सत्र के हंगामेदार होने के आसार हैं.