गोधन न्याय योजना से गरीब एवं जरूरतमंद व्यक्ति को लाभान्वित करने की जरूरत – कलेक्टर

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राजनांदगांव 11 जुलाई 2022 :कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में सुराजी गांव योजना एवं गोधन न्याय योजना की गहन समीक्षा की। इस दौरान सभी जनपद सीईओ एवं सीएमओ वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से जुड़े रहे। कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि सभी ग्राम पंचायतों में शत प्रतिशत गौठान स्वीकृत होने चाहिए। इसके साथ ही सभी गौठानों में गोबर खरीदी का कार्य करना है। उन्होंने कहा कि गोधन न्याय योजना शासन की महत्वपूर्ण योजना है। इसके लिए यह जरूरी है कि गौठान सक्रिय रहें और जरूरतमंद व्यक्ति इससे लाभान्वित हो सकें। गोबर खरीदी के बाद गोबर को सुरक्षित रखें तथा गौठानों में नियमित गोबर खरीदी जारी रहना चाहिए। ऐसे ग्राम पंचायत जहां गौठान के लिए अतिक्रमण की स्थिति हो वहां ग्राम स्तर पर निराकरण का प्रयास करें। वन विभाग के गौठानों के लिए भी कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना के तहत ग्राम पंचायतों में पौधरोपण किया जाना है। उन्होंने कहा कि गौठानों में समूह की महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए आजीविका गतिविधि को बढ़ाना है। गौठानों में फैसिंग कराने के साथ सब्जी बाड़ी, मुर्गी शेड, मछलीपालन, मशरूम उत्पादन सहित विभिन्न गतिविधियां होनी चाहिए। उन्होंने गौठान की गतिविधियों के लिए अनिवार्य रूप से प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। गौठानों में समूह की महिलाओं को हल्दी, मिर्च, मसाला पीसने की मशीन भी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन के कार्यों की मॉनिटरिंग के लिए एक कंट्रोल रूम बनाएं जहां सुराजी गांव योजना एवं गोधन न्याय योजना से संबंधित कार्यों की मॉनिटरिंग की जा सके।

कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि सभी गौठानों में चारागाह विकसित किया जाना है। जिसके लिए नेपियर घास एवं मक्का के खेती की तैयारी रखे। उन्होंने समीक्षा के दौरान सभी जनपद सीईओ को नेपियर घास लगाने के लिए विशेष तौर पर कहा। बारिश के मद्देनजर पौधरोपण करते हुए ट्री गार्ड लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शासन के निर्देशानुसार जितनी गोबर खरीदी हुई है उसी अनुपात में वर्मी कम्पोस्ट का निर्माण होना चाहिए। इसके साथ ही इस बात का विशेष ध्यान रखें कि जिस दिन गोबर खरीदी हो उसकी एन्ट्री उसी दिन कराएं। उन्होंने रोका-छेका अभियान के संबंध में जानकारी लेते हुए कहा कि गांव की फसलों को सुरक्षित रखने के लिए शासन के मंशानुरूप यह पारंपरिक अभियान चलाया गया है। 10 जुलाई से 20 जुलाई तक यह अभियान रहेगा। इसके लिए तैयारी रखते हुए चरवाहे की नियुक्ति करें। गांव में मवेशियों को खुले में न छोड़कर गौठान में रखा जाए, इसके लिए गांव के लोगों से चर्चा करते हुए कार्य योजना बनाएं। राज्य शासन के निर्देशानुसार कृषि में गौमूत्र के उपयोग हेतु गोधन न्याय योजना के अंतर्गत गौमूत्र के उत्पाद बनाए जाएंगे। जिसके लिए गौमूत्र संग्रहण का कार्य प्रारंभ किया जाना है। इसके लिए गौठानों का चिन्हांकन कर लें। उन्होंने नगरीय निकायों में गोबर खरीदी के संबंध में जानकारी ली। कलेक्टर ने कहा कि ऐसे गौठान जहां डबरी निर्माण किया जा सकता है, वहां डबरी निर्माण करते हुए मत्स्य पालन को प्रोत्साहन दें जहां डबरी निर्माण नहीं हो पा रहा है वहां बॉयोफ्लॉक कल्चर के माध्यम से मत्स्य पालन करें। उन्होंने कहा कि सभी जनपद सीईओ प्रति मंगलवार दोपहर 1.30 बजे से दोपहर 2.30 बजे तक जन चौपाल लेंगे। कोविड टीकाकरण के कार्य को गति देना है। इसके लिए गांव में विशेष रूप से मुनादी एवं प्रचार-प्रसार कराएं। राजीव युवा मितान क्लब के कार्यों में तेजी लाएं। उन्होंने कहा कि खुले में बोर नहीं होना चाहिए। इसका निरीक्षण करें और इसके लिए प्रमाण पत्र भेज दें। उन्होंने मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक योजना, आयुष्मान कार्ड एवं अन्य योजनाओं के लिए समन्वय करते हुए कार्य करने के लिए कहा। गौठानों में मुर्गी शेड, वर्मी टांका, मछलीपालन, गौठान में रोपे गए पौधों की संख्या, मत्स्य पालन के लिए तालाब, अमृत सरोवर, वृक्षारोपण कार्यक्रम, नरवा के कार्य, चारागाह एवं वृक्षारोपण कार्यम, जैविक खाद उत्पादन एवं विक्रय की प्रगति, गोबर ठय, गौठानों में सिलाई मशीन की उपलब्धता के संबंध में जानकारी ली।

जिला पंचायत सीईओ श्री गजेन्द्र सिंह ठाकुर ने कहा कि गोबर खरीदी के अनुपात में ही वर्मी टांका होना चाहिए। मत्स्य पालन के लिए तालाब निर्माण किया जाना है। चारागाह विकसित करने के लिए अभी सही समय है इसके लिए कार्य करें। उन्होंने कहा कि रोका-छेका अभियान के अंतर्गत फसलों की सुरक्षा के लिए सभी को कार्य करना है। सभी गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट के अलावा 3 तरह की गतिविधियां होनी चाहिए। उन्होंने कार्यों में गति लाने के लिए कहा। इस अवसर पर उप संचालक कृषि श्री जीएस धुर्वे, उप संचालक पशु चिकित्सा डॉ. राजीव देवरस, उप संचालक हाथकरघा श्री इंद्रराज सिंह, सहायक संचालक मत्स्य पालन श्रीमती गीतांजलि गजभिये, जनपद सीईओ श्रीमती रोशनी भगत, जिला पंचायत के अधिकारी एवं अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

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