raipur@khabarwala.news
झानू नागेश /धमतरी
धमतरी पुलिस* 11-06-22 :
पुलिस अधीक्षक धमतरी के निर्देश पर थाना भखारा द्वारा जोरातराई ग्राम के समस्या निवारण के लिए लगाया गया चलित थाना
तुंहर पुलिस तुंहर द्वार” के तहत लगाया गया था समस्या निवारण के लिए थाना भखारा द्वारा चलित थाना
पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर सभी थाना/चौकी द्वारा चलित थाना का आयोजन किया जा रहा है
पुलिस अधीक्षक धमतरी श्री प्रशांत ठाकुर के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती निवेदिता पाॅल के मार्गदर्शन में एवं पुलिस अनु.अधिकारी कुरूद श्री अभिषेक केशरी के नेतृत्व में ग्राम जोरातराई में थाना भखारा द्वारा ग्राम के शिकायत, समस्या निवारण के लिए के चलित थाना लगाया गया था।
ग्राम जोरातराई में भखारा पुलिस द्वारा गाँव के समस्या निवारण के लिए चलित थाना लगाया गया था।
जिसमें अधिक संख्या में लोग उपस्थित थे।
चलित थाना लगाकर लोगों को कानून के प्रति लोगों में जागरूकता लाने अपराधों की रोकथाम के उद्देश्य पुलिस जन चौपाल लगाकर लोगों को कानून की जानकारी दे रही।
विशेषकर महिला सुरक्षा से जुड़ी जानकारी, गुड टच बैड टच, महिला सुरक्षा संबंधी अभिव्यक्ति, एप साइबर अपराध जैसे ऑनलाइन ठगी व धोखाधड़ी से बचने के लिए लोगों को जागरूक कर रही है और शिकायतों का मौके पर निराकरण किया जा रहा है।
इस दौरान भखारा पुलिस टीम द्वारा ग्राम जोरातराई में चलित थाना का आयोजन किया गया था जिसमें पुलिस जन चौपाल आयोजित कर ग्रामीणों से चर्चा कर गांव की प्रमुख समस्याओं की जानकारी लेकर उन्हें कानूनी अपराधों के साथ-साथ साइबर अपराधों के संबंध में विस्तार से जानकारी दिया गया।
इस दौरान धमतरी पुलिस द्वारा साइबर अपराधों के संबंध में ग्रामीणों को जानकारी देते हुए बताया कि बैंक खाते से जुड़े मोबाइल पर आने वाले ओटीपी नंबर किसी भी अनजान व्यक्ति को ना बताएं, एटीएम कार्ड के उपयोग सावधानी बरते, अपने निजी जानकारी जैसे एटीएम पासवर्ड आधार कार्ड आने किसी को ना बताएं, मोटरसाइकिल चलाते समय हेलमेट का प्रयोग करें, महिला सुरक्षा से संबंधित कानूनी प्रावधानों एवं महिलाओं को सुरक्षा संबंधी मोबाइल एप अभिव्यक्ति ऐप के बारे में भी जरूर जानकारी दिया गया।
उक्त कार्यक्रम में थाना भखारा के सउनि. तुलसी मिथिलेश,प्रआर. दारा चंद्राकर,आर.अजय गिरी,आर.यशवंत लहरी,म.आर.संतोषी साहू,शिवा यादव,सैनिक राजेंद्र कौशल एवं ग्राम जोरातराई के सरपंच सहित अधिक संख्या में ग्रामीण महिलाएं बच्चे उपस्थिति थे।