सत्य साईं संजीवनी हार्ट केयर अस्पताल में खुला “तंबाकू नशा मुक्ति केन्द्र”…

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– निःशुल्क दी जाएगी तंबाकू दुष्प्रभावों की जानकारी और स्वास्थ्य परामर्श

रायपुर, 1 जून 2022, तंबाकू सेवन से होने वाले दुष्परिणामों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए “विश्व तंबाकू निषेध दिवस” के मौके पर कई तरह के कार्यक्रम आयोजित होते हैं। इसी क्रम में सत्य साईं संजीवनी हार्ट केयर अस्पताल, नया रायपुर में “तंबाकू नशा मुक्ति केन्द्र” खोला गया है। निदेशक, स्वास्थ्य सेवाएं, छत्तीसगढ़ नीरज बंसोड़ ने केन्द्र का उद्घाटन करते हुए उपस्थित लोगों से तंबाकू का सेवन नहीं करने का आह्वान किया। साथ ही तंबाकू एवं तंबाकू से बनें उत्पादों का सेवन करने वालों को “तंबाकू नशा मुक्ति केन्द्र” के माध्यम से इसको छोड़ने की अपील की।

इस मौके पर राज्य नोडल अधिकारी तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम डॉ. कमलेश जैन ने तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा” तंबाकू और तंबाकू युक्त पदार्थों का सेवन छोड़ना ही स्वास्थ्य के लिए बेहतर है। इसके लिए कई कार्यक्रम चलाकर लोगों को तंबाकू एवं धूम्रपान छोड़ने की अपील की जाती है। अस्पताल प्रशासन का नशा मुक्ति के लिए यह अच्छा प्रयास है।

अस्पताल की ओर से यह बताया गया कि अस्पताल में परामर्श के लिए पहुंचने वालों का मूल्यांकन करने पर लगभग 70% माता-पिता जिन्होंने यहां सेवाएं लीं, वे किसी न किसी रूप में तंबाकू का सेवन कर रहे हैं। इसलिए तंबाकू नशा मुक्ति केन्द्र खोला जाना चाहिए। राज्य सरकार के सहयोग से नया रायपुर में पहला तंबाकू नशा मुक्ति केन्द्र खोला गया है। निश्चित ही लोगों को इससे लाभ मिलेगा। उन्होंने उपस्थित लोगों से तंबाकू नशा मुक्ति केन्द्र जाकर उचित चिकित्सकीय परामर्श लेने और तंबाकू का सेवन छोड़ने की अपील भी की।“

इस अवसर पर दंत रोग विशेषज्ञ एवं राज्य प्रशिक्षक तंबाकू निषेध, डॉ. शिल्पा जैन ने बताया: “तंबाकू में नशे की आदत डालने वाला निकोटीन होता है, जो क्षणिक समय के लिए तो बेहत्तर महसूस कराता है, लेकिन इसका लंबे समय तक उपयोग, हृदय, फेफड़े और पेट के साथ-साथ तंत्रिका तंत्र को भी प्रभावित करता हैं। इसलिए तंबाकू या तंबाकू युक्त पदार्थों के सेवन से बचना ही स्वास्थ्यकर होता है।“ उद्घाटन के मौके पर काफी संख्या में अस्पताल के कर्मचारी, अधिकारी एवं मरीज के परिजन मौजूद थे।

लगभग 70 प्रतिशत माता-पिता करते हैं तंबाकू का सेवन- कार्यक्रम में अस्पताल की जन स्वास्थ्य प्रमुख डॉ. श्रुति प्रभु ने बताया: “तंबाकू कई बीमारियों के लिए एक गंभीर खतरा है, यहां तक कि जन्मजात हृदय दोष भी। अस्पताल में परामर्श के लिए पहुंचने वालों का मूल्यांकन करने पर लगभग 70% माता-पिता जिन्होंने यहां सेवाएं लीं, वे किसी न किसी रूप में तंबाकू का सेवन कर रहे हैं। इसलिए अस्पताल आने वाले सभी बच्चों के माता-पिता और आसपास के गांवों से आम जनता को मुफ्त परामर्श सेवा प्रदान करने के लिए केन्द्र खोला गया है। विशेषकर केन्द्र में युवाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा ताकि वह तंबाकू या तंबाकू से बने उत्पादों का सेवन करना छोड़ दें। उन्होंने बताया केन्द्र में सकारात्मक महौल में उचित परामर्श देने का प्रयास किया जाएगा।“ इस दौरान उन्होंने अस्पताल और संमुदाय में तंबाकू नियंत्रण की दिशा में परिकल्पित गतिविधियों की जानकारी भी दी।

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