पोषण में सहायक है सब्जियां…

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धमतरी 26 मई 2022 : अपर मुख्य सचिव, पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा ज़िले की प्रभारी सचिव श्रीमती रेणु जी पिल्ले आज सुबह से ज़िले के प्रवास पर हैं। एक ओर जहां उन्होंने विभिन्न गौठानों में चल रही आजीविकामूलक गतिविधियों का जायज़ा लिया, वहीं महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत चल रहे कामों को भी देखा। इस मौके पर कलेक्टर श्री पी.एस.एल्मा भी उनके साथ रहे।

प्रभारी सचिव ने कुरूद के गोजी स्थित गौठान, चारागाह और वहां महिला समूहों द्वारा बाड़ी में उगाई जा रही सब्जियों का घूम-घूमकर निरीक्षण किया। यहां महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी से इसी सप्ताह से शुरू हुए डबरी निर्माण के काम में 171 श्रमिक कार्यरत मिले। यहां के सात एकड़ क्षेत्र में फैले बाड़ी में सब्जी उत्पादन में नौ महिला समूह सलंग्न है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी ज़िला पंचायत श्रीमती प्रियंका महोबिया ने बताया कि समूह द्वारा सब्जी लगाने का यह पहला सीजन है। चर्चा के दौरान महिला समूह के सदस्यों ने बताया कि यहां भिंडी, लौकी, टमाटर, केला, पपीता लगाकर उन्हें अब तक 45 हजार रूपए का मुनाफा हुआ है। बाड़ी में महिलाओं की मेहनत से लगी हरी सब्जियों को देख सचिव श्रीमती पिल्ले काफी खुश हुईं। उन्होंने सभी सदस्यों को इसी तरह आगे भी मेहनत कर आय को बढ़ाने और साथ ही हरी-भरी सब्जियों को ना केवल बेचने, बल्कि अपने घरों में खाने में उपयोग कर पोषण को बढ़ाने पर जोर दिया। संकरी में बने गौठान में प्रभारी सचिव ने गोबर खरीदी, खाद उत्पादन और समूह को हुए मुनाफे की जानकारी ली। बताया गया कि खाद विक्रय से समूह को 34 हजार रूपए का मुनाफा हुआ है। वहीं यहां पानी की व्यवस्था हेतु सामुदायिक डबरी और कुआं भी मनरेगा से बनाया जा रहा है। साथ ही सचिव श्रीमती पिल्ले ने यहां सॉलिड लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट सेंटर और मिश्रित वृक्षारोपण के कार्य को भी देखा।

इसके साथ ही प्रभारी सचिव ने मगरलोड ब्लॉक के सौंगा में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना से तालाब गहरीकरण कार्य, बकोरी में तालाब गहरीकरण और गौठान का भी मुआयना किया। नगरी के छिंदभर्री में मनरेगा, कृषि, उद्यानिकी और क्रेडा के अभिसरण से किए गए कार्यों का स्थल निरीक्षण किया। यहां लगभग 35 एकड़ में अभिसरण से विकसित किए गए आम के बगीचे को देख किसानों को इस बगीचे से हो रही आमदनी की जानकारी ली। बताया गया कि 42 किसानों की भूमि में आम का बगीचा विकसित किया गया है, जिससे उन्हें गर्मियों के मौसम में आम बेचकर औसतन 80 हजार रूपए का अतिरिक्त मुनाफा होता है। प्रभारी सचिव ने किसानों को हो रहे अतिरिक्त लाभ को काफी सराहा।

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