7 वर्षों से भटक रही मानसिक पीड़ित महिला को सखी सेंटर ने उनके परिजनों से मिलवाया…

raipur@khabarwala.news

बलौदाबाजार, 25 मई 2022 :कलेक्टर डोमन सिंह के मार्गदर्शन में महिला बाल विकास विभाग जिला कार्यक्रम अधिकारी एल.आर.कच्छप के नेतृत्व में जिले में सखी वन स्टाप सेंटर का संचालन किया जा रहा है। 23 मई 2022 को केन्द्र प्रशासक, सखी सेंटर बलौदाबाजार तुलिका परगनिहा को उप संचालक, समाज कल्याण विभाग आशा शुक्ला द्वारा संपर्क कर अवगत कराया गया कि कलेक्टर निवास के सामने, यात्री प्रतिक्षालय में एक वृद्व महिला बैठी हुई है जिसका रेस्क्यू कर आश्रय दिलवाया जाना है। सखी सेंटर द्वारा पेट्रोलिंग गाड़ी के सहायता से पीड़ित महिला का चिकित्सकीय परीक्षण पश्चात् शाम-05ः00 बजे आश्रय हेतु सखी लाया गया। पीड़ित महिला से बात-चीत किया गया परंतु महिला कि मानसिक स्थिति कमजोर होने के चलते वह अपने परिजन के संबंध में किसी भी प्रकार की जानकारी देने में अक्षम थी। कु. तमन्ना जॉगड़े केस वर्कर द्वारा लगातार महिला से बात चीत कर, सखी मे अच्छा वातावरण प्रदान कर एवं उनका विश्वास जीत कर पीड़ित महिला के परिजन के संबंध मे आधी अधुरी जानकारी प्राप्त की गई। महिला कई गांवो के नाम बार-बार ले रही थी, महिला के बताये अनुसार केस वर्कर द्वारा सभी गांव के सरपंच/आंगनबाड़ी कार्यकर्ता/मितानीन व गांव के व्यक्ति से संपर्क कर उक्त प्रकरण के संबंध में विस्तृत जानकारी दे कर महिला के संबंध जानकारी एकत्रित करने कि लगातार कोशिश कि गई। इसी दौरान रात्रि 08ः00 बजे स्थानीय भण्डारपुरी मितानीन द्वारा फोन के माध्यम से महिला के संबंध में जानकारी आस-पास से पता कर बताया गया कि उक्त पीडित महिला ग्राम पंचायत भण्डारपुरी की ही निवासी है। जिस पर सेंटर द्वारा पीडित महिला के परिजन से बात करवाने को कहा गया, पीड़ित महिला के छोटा बेटे से बात करवाया गया, पीड़िता के बेटे द्वारा बताया गया उनके पिता जी के निधन के बाद से पीड़ित महिला के मानसिक स्थिति ठीक नही है, ईलाज स्थानीय खरोरा चिकित्सालय मंे करवा रहे थे। पीड़िता लगभग 7-8 वर्ष से घर से निकल गई है, आस -पास में पीड़िता को बहुत ढुंढ़नें के प्रयास किया गया पंरतु पीड़िता नही मिली पीड़ित महिला 2-3 बार और घर से निकल चुंकी थी पीड़ित महिला स्वयं से आ जाती थी या ढंुढु कर ले आते थे। पीड़ित महिला के बेटे को सखी सेंटर बलौदाबाजार बुलाया गया। 24 मई 2022 को पीड़ित महिला के परिजन 2 बेटे व छोटी बेटी सखी में उपस्थित हुये। पीड़िता अपना नाम गलत बता रही थी इस कारण पीड़िता के परिजनो को ढ़ुंढ़ने में कठिनाई हुई। पीड़ित महिला अपने परिजनों को देखते ही उन्हे पहचान गई और गले लगाकर रोने लगी, पीड़िता के बच्चों के भी इतने वर्षाे के बाद अपनी मॉं से अकल्पित मिलने से खुशी के आंसू से आंखे भर आई। बेटे को महिला चिकित्सकीय ईलाज करवाने कि सलाह दी गई। पीड़िता के परिजन द्वारा बार-बार सखी के कार्य की सराहना की गई एवं धन्यवाद व्यक्त किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *