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दन्तेवाड़ा, 02 अप्रैल 2022:प्रत्येक व्यक्ति को किसी न किसी स्तर पर अपना जीवनयापन करने के लिए जीविकोपार्जन का साधन चुनना पड़ता है। जिले मे पूना माड़ाकाल सेल के तहत स्वरोजगार तथा रोजगार के अनगिनत अवसर प्रदान किये जा रहे है। जो कि जिले के परिप्रेक्ष्य में स्वरोजगार स्थापित करने एवं बेरोजगारी दूर करने का अति उत्तम विकल्प है ईससे जिले की उन्नति भी हो रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में आम नागरिकों की सामाजिक आर्थिक दशा को सुधारने के लिए विशेष रूप से कार्य किये जा रहे है। ऐसे ही जिले के समस्त विकासखण्डों पर गठित पूना माड़ाकाल सेल के तहत बेरोजगारों को सतत् आजीविका के साधन उपलब्ध कराये जा रहे हैं। जिससे वे सामाजिक विकास में अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित कर सके। रोजगार की शुरुवात के लिए जहां लोगों के लिए उनका आर्थिक रूप से मजबूत न होना एक बड़ी बाधा बनी रहती है, जिसके चलते वे अपने सपने को साकार करने में असमर्थ होते हैं।
कलेक्टर श्री दीपक सोनी के अथक प्रयासों से जिले में पूना माड़ाकाल सेल की स्थापना की गयी है। जिसके तहत इच्छुक हितग्राहियों जो रोजगार, स्वरोजगार से जुड़ना चाहते है उन्हें उनका पंसदीदा कार्य देकर उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार लाने का प्रयास किया जा सके। पूना माड़ाकाल सेल के माध्यम से नक्सल पीड़ीत परिवारो को भी आजीविका के साधन उपलब्ध कराए जा रहे है। पीड़ीतों के लिए ऐसी 33 योजनाएं चिन्हित की गई है उन्हें राशन कार्ड, आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, ई-श्रम कार्ड इत्यादि से लाभांवित कराया जा रहा है। सेल से निर्धारित अवधि में ही शतप्रतिशत लाभ दिलाए जाने के निर्देश भी दिए गए है। पूना माड़ाकाल सेल में मुख्यतः नलकूप खनन, तार फेंसिग, बोरखनन, प्रिंकलर, सोलर पंप, बिजली कनेक्शन, बकरी पालन, पशु शेड, सूअर पालन, मुर्गीपालन, भूमि मरम्मत, भूमि समतलीकरण, जैसे कई कार्य के आवेदन प्राप्त किये गए है। जिनका निराकरण पात्रतानुसार सेल के माध्यम से किया जा रहा है।
अब तक पूना माड़ाकाल सेल के तहत 1407 प्राप्त आवेदनों में से 448 आवेदनों का निराकरण किया जा चुका है। 959 आवेदन पर आवश्यक कार्यवाही की जा रही है। पात्र हितग्राहियों को उनकी मांग अनुसार कार्य जैसे मछली पालन हेतु बीज प्रदाय, सब्जी बीज प्रदाय, डबरी निर्माण, भूमि समतलीकरण, कुआं निर्माण, तालाब निर्माण, तार जाली, बोर खनन, बाड़ी विकास योजना तहत बोर खनन, सोलर पंप, सिलाई मशीन, स्वरोजगार हेतु ऋण प्रदाय, सब्जी दुकान, किराना दुकान, मुर्गी पालन, पशु शेड निर्माण, शामिल हैं दिए जा रहे हैं। ग्रामीणजन रोजगार प्राप्त कर अपनी आर्थिकी स्थिति को बेहतर बनाने के लिए अपनी मेहनत और लगन से कार्य कर रहे हैं।
प्रशासन का यह प्रयास है कि जिले के भीतर व्याप्त समस्याओं को आजिविका के माध्यम से दूर किया जा सके। लोगों को आजीविका के साधन उपलब्ध कराया जाए। इस सेल का उद्देश्य जिले में रोजगार के अवसर को बढ़ावा देना है, ताकि बढ़ती बेरोजगारी को दूर किया जा सके। ग्रामीण क्षेत्रों में निवास कर रहे लोगों को काम को लेकर कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। इसी समस्या को देखते हुए पूना माड़ाकाल सेल की शुरुआत की गई। इससे रोजगार के अवसर प्रदान कर उनको आत्मनिर्भर बनाना है
जिले के निम्न वर्गीय परिवार को आजीविका से जोड़कर गरीब परिवारों को लाभ पहुंचाना है। इससे जिले के बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान किये जा रहै है। साथ ही अनेक प्रकार के स्वरोजगार हेतु (वित्तीय सहायता) भी दी जा रही है। ताकि स्वरोजगार के अवसर भी बढ़े और हमारी युवा पीढ़ी धन अर्जित कर अपनी जिंदगी आसान बना सके। इस सेल के तहत लोग अपनी रुचि के हिसाब से स्वरोजगार से जुड़ कर अन्य लोगों को प्रोत्साहित कर रहे हैं