raipur@khabarwala.news
जिला स्वास्थ्य मितानिन संघ का पुनर्गठन
– मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य के कार्य को प्राथमिकता देते हुए अपनी मांगों के लिए सक्रिय रहेगा संगठन
महासमुंद, 22 मार्च 2022, जिला स्वास्थ्य मितानिन संघ का पुनर्गठन किया गया है जिसमें ग्राम मंजरही विकासखंड बागबाहरा के जनक राम नायक को जिला अध्यक्ष, विकासखंड महासमुंद की रूप कुमारी ध्रुव को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया। अन्य पदाधिकारियों के चयन के पश्चात संगठन की गतिविधियों और मुख्य कार्यकलाप के संबंध में चर्चा हुई, जिसमें मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए कार्य करने सहित अपनी 3 सूत्रीय मांगों के लिए प्रयास करने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया।
इसके साथ ही विकासखंड पिथौरा से सुलोचना चौधरी उपाध्यक्ष, बसना विकासखंड की अहिल्या साव सचिव, महासमुंद विकासखंड से सुनीता कुर्रे कोषाध्यक्ष, विकासखंड बागबाहरा की रीना चंद्राकर सह सचिव, विकासखंड महासमुंद से ही मिथलेश ध्रुव को संचालक तथा बसना विकासखंड की आरती डडसेना को मीडिया प्रभारी बनाया गया। इस दौरान विनोद पांडे , जोगसिंह पटेल, को सलाहकार, तथा दीपिका चक्रधारी, उमा सोनी, साधना तिवारी , शशि कुमार, क्षत्राणी, रेखा साहू, नर बाई, हीरा साहू, लीलेशवरी चंद्राकर, मैम बाई , विमला दास, उषा साहू, इस्मिता सिन्हा को सर्वसम्मति से कार्यकारिणी सदस्य बनाया गया। बैठक में सभी विकासखंड के ब्लॉक समन्वयक ,स्वास्थ्य पंचायत समन्वयक, मितानिन प्रशिक्षक , शहरी मितानिन, हेल्प डेस्क, शहरी मितानिन प्रशिक्षिका और सभी ब्लॉक के ब्लॉक अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव, कोषाध्यक्ष कार्यकारिणी अध्यक्ष, सह सचिव, कोषाध्यक्ष एवं अन्य लोग भारी संख्या में उपस्थित थे।
3 सूत्रीय मांगों पर हुई चर्चा – संघ चयन के पश्चात नवगठित सदस्यों ने विभागीय कार्य एवं मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के साथ ही संघ की विभिन्न मांगों पर चर्चा हुई। इसके पश्चात 3 सूत्रीय मांगों को लेकर 1 अप्रैल से प्रदेश स्वास्थ्य मितानिन संघ के आह्वान पर अनिश्चितकालीन हड़ताल करने का निर्णय जिला स्वास्थ्य मितानिन संघ द्वारा सर्वसम्मति से निर्णय लिया । इनमें समस्त मितानिन कार्यक्रम में सेवा करने वाली बीसी, एपीएस, एमटी, मितानिन फेसीलेटर को राज्यांश 100% बढ़ाए जाने, मितानिन को क्षतिपूर्ति के अलावा 5000 रुपया दिए जाने तथा मितानिन कार्यक्रम में कार्यरत मितानिन जिन्हें निकाला गया है उनका टीम गठित कर जांच कराया जाना मुख्य है।