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गुरुवार को अपने 18 महीने का शिखर छूने के बाद एमसीएक्स पर शुक्रवार को सोने की कीमतों में तेज गिरावट देखने को मिली। एमसीएक्स पर गोल्ड का अप्रैल फ्यूचर 1273 रुपये टूटकर 50,270 रुपये पर क्लोज हुआ।
वहीं अंतराष्ट्रीय बाजार में गोल्ड का हाजिर भाव शुक्रवार को 17 महीना का लगभग 1975 डॉलर का प्रति औंस का स्तर छुने के बाद 1889 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुआ।
ग्लोबल कमोडिटी मार्केट में गोल्ड की कीमतों में आई भारी गिरावट पर बात करते हुए IIFL Securities के अनुज गुप्ता ने कहा कि यूक्रेन पर रशियन आक्रमण के बाद सोने की कीमतों में भारी तेजी देखने को मिली। अब ऐसा महसूस होता है कि बाजार इस इवेंट के असर को पचा चुका है। हालांकि गोल्ड में निवेश करने वालों को सलाह है कि वह रूस और यूक्रेन के संघर्ष से जुड़ी खबरों पर अपनी नजरें बनाए रखें क्योंकि अगर NATO कोई मिलिटरी एक्शन लेने का निर्णय लेता है तो यह लड़ाई और भड़क सकती है। हालांकि इसकी बहुत ज्यादा संभावना नहीं दिखाई दे रही है क्योंकि NATO कंट्री ने यूक्रेन को वित्तीय सहायता देने का एलान किया है। इसका मतलब यह है कि वह सिर्फ यूक्रेन को मोरल सपोर्ट देने के मूड में है। मामले में कोई सैन्य हस्तक्षेप करने की कोई इच्छा नहीं है।
Motilal Oswal के Amit Sajeja का कहना है कि अब बाजार का फोकस एक बार फिर इंफलेशन की तरफ चला गया है और हमको अब क्रूड ऑयल की कीमतों, यूएस फेड की मीटिंग और दुनिया के अहम सेंट्रल बैंकों द्वारा ब्याज दरों में की जा सकने वाली बढ़ोतरी पर अपनी नजरें टिकाए रखने की जरुरत है। महंगाई खतरनाक स्तर तक पहुंच चुकी है। अब यूएस फेड ब्याज दरों पर अपने कठोर रवैयो को कायम रख सकता है ।यहां तक की अगर ब्याज दरों में 0.50 फीसदी की भी बढ़ोतरी की जाती है तो यह महंगाई को रोकने के लिए पर्याप्त नहीं होगी। उम्मीद है कि यूएस फेड मार्च में ब्याज दरों में बढ़ोतरी करेंगा।
सोने में निवेश की क्या रणनीति
IIFL Securities के अनुज गुप्ता का कहना है कि उच्च जोखिम क्षमता वाले निवेशक एमसीएक्स गोल्ड फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट 49,700 रुपये के लेवल पर 50,500 और 50700 रुपये के शॉर्ट टर्म लक्ष्य के लिए 49300 रुपये के स्टॉपलॉस के साथ खरीदारी कर सकते है।